Chandauli News:चकिया नगर के छोटे से सभासद ने दिखाई बड़ी सोच, चकिया की आवाज को लखनऊ तक पहुंचाया, समस्याओं पर डिप्टी सीएम ने लिया संज्ञान 

चकिया की जनता की परेशानियों पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का तुरंत संज्ञान,साबित किया,जज्बा हो तो समाधान संभव

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय�

चकिया।नगर पंचायत चकिया के वार्ड नं.5 माँ काली नगर के सभासद रवि कुमार गुप्ता ने एक मिसाल पेश करते हुए स्थानीय समस्याओं को प्रदेश स्तर तक पहुंचा कर यह साबित कर दिया कि जनप्रतिनिधि का कद नहीं, बल्कि जज्बा मायने रखता है। गुप्ता ने नगर की गंभीर समस्याओं को लेकर 2 अगस्त 2025 को उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को पत्र सौंपा था।

सभासद रवि गुप्ता ने पत्र में नगर वासियों को झेलनी पड़ रही कई महत्वपूर्ण दिक्कतों का जिक्र किया। इनमें जिला संयुक्त चिकित्सालय में अल्ट्रासाउंड मशीन होते हुए भी तकनीशियन की नियुक्ति न होने से गरीब मरीजों को होने वाली परेशानी, सीटी स्कैन मशीन व ऑपरेटिंग व्यवस्था की कमी, आईसीयू की आवश्यकता, चकिया से वाराणसी तक बेहतर रोडवेज बस सेवाओं की जरूरत, नगर पंचायत सीमा विस्तार और विभिन्न मोहल्लों में सौंदर्यीकरण जैसे मुद्दे शामिल थे।रवि गुप्ता ने इन सभी विषयों के निस्तारण के लिए डिप्टी सीएम से सकारात्मक कदम उठाने की अपील की।सभासद के इस कदम का असर भी जल्दी दिखा। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने 16 सितंबर 2025 को जवाबी पत्र भेजते हुए रवि गुप्ता के प्रयासों की सराहना की और उनके पत्र को आवश्यक कार्रवाई हेतु प्रमुख सचिव नगर विकास को प्रेषित कर दिया। केशव मौर्य ने स्पष्ट किया कि उठाए गए सभी बिंदुओं पर जल्द समाधान के लिए विभागीय स्तर पर कदम उठाए जाएंगे।जहां कई बार जनप्रतिनिधि समस्याओं को ऊपरी स्तर तक ले जाने से कतराते हैं, वहीं एक छोटे से सभासद ने अपने दम पर यह साबित किया कि इच्छाशक्ति हो तो किसी भी स्तर की समस्या को हल कराया जा सकता है।नगर के लोगों ने रवि गुप्ता की इस पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि यही असली जनसेवा है। क्षेत्रीय नागरिकों का कहना है कि नगर के विकास कार्यों में तेजी लाने के लिए अध्यक्ष और विधायक को भी ऐसे ही ठोस कदम उठाने चाहिए।

गौरतलब है कि चकिया नगर की स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव लंबे समय से चर्चा का विषय रहा है। अल्ट्रासाउंड व सीटी स्कैन जैसी मशीनें होने के बावजूद तकनीशियनों और ऑपरेटरों की कमी के कारण मरीजों को वाराणसी या अन्य जिलों का रुख करना पड़ता है। आईसीयू की सुविधा न होने से गंभीर रोगियों के इलाज में देरी होती है।साथ ही, नगर पंचायत की सीमाओं के विस्तार और सौंदर्यीकरण पर भी कोई ठोस पहल नहीं हो पाई थी। रवि कुमार गुप्ता ने इन मुद्दों को डिप्टी सीएम तक पहुंचा कर यह संकेत दिया है कि यदि स्थानीय जनप्रतिनिधि गंभीरता से कार्य करें तो जनता की परेशानियां जल्द सुलझ सकती हैं।रवि गुप्ता का यह साहसिक कदम नगर पंचायत चकिया के राजनीतिक परिदृश्य में नई ऊर्जा का संचार कर रहा है। उनका कहना है कि जनता ने उन्हें प्रतिनिधित्व का अवसर दिया है, ऐसे में हर समस्या को दूर करना उनका कर्तव्य है।नगर के प्रबुद्धजनों ने उम्मीद जताई कि अब जब मामले पर शासन स्तर से संज्ञान लिया गया है, तो स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण, रोडवेज बस सेवा, सौंदर्यीकरण और अन्य विकास कार्यों को गति मिलेगी। रवि कुमार गुप्ता की पहल ने यह स्पष्ट कर दिया कि जिम्मेदारी निभाने के लिए बड़े पद की नहीं, बल्कि बड़े हौसले की जरूरत होती है।