Chandauli News:चकिया के सिकंदरपुर अखाड़े में गूंजे दांव-पेंच, नामी पहलवानों ने दिखाई जोरदार चुनौती,परंपरागत दंगल में गाजीपुर, रुड़की, मिर्जापुर और वाराणसी के पहलवानों ने मचाई धूम

सांसद छोटेलाल खरवार और विधायक कैलाश आचार्य ने पहलवानों का बढ़ाया हौसला, हजारों दर्शक बने गवाह

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय�

चकिया। चौबिसहा क्षेत्र के सिकंदरपुर शिव मंदिर अखाड़े पर आयोजित परंपरागत विशाल कुश्ती-दंगल प्रतियोगिता में रविवार को देशभर से आए नामचीन पहलवानों ने अपने दांव-पेंच का जलवा बिखेरा। सुबह से शुरू हुआ दंगल देर शाम तक चलता रहा, जिसमें दर्शकों का जोश देखते ही बन रहा था।

दंगल की सबसे बड़ी और रोमांचक कुश्ती गाजीपुर के रितेश और रुड़की के जावेद अहमद के बीच हुई। दोनों इनामी पहलवानों को आयोजक मंडल की ओर से दो बार में 20-20 मिनट का मौका दिया गया, लेकिन कोई भी पहलवान एक-दूसरे को पटखनी नहीं दे सका। मुकाबला बराबरी पर समाप्त हुआ, जबकि दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से दोनों खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाया।इसके अलावा, सिकंदरपुर के उदय और बेलवानी के चंदन, मिर्जापुर के हाजीपुर निवासी चीनी पहलवान और सैयदराजा के शमशेर के बीच 30 हजार रुपये की इनामी कुश्ती भी बराबरी पर समाप्त हुई। इसी तरह मिर्जापुर के गोलू और वाराणसी के मोहिन, इसहुल के चक्रधारी और बेलवानी के चंदन के बीच दस हजार रुपये की कुश्ती भी दर्शकों में रोमांच भर गई, जो अंततः बराबरी पर छूटी।छोटी बाउट्स में भी मुकाबले उतने ही रोचक रहे। सिकंदरपुर के सतीश ने ढुन्नू के मनोज को शानदार पटकनी देते हुए जीत हासिल की। वहीं, कई अन्य बाउट्स में भी स्थानीय और बाहरी पहलवानों ने अपनी ताकत और तकनीक से दर्शकों का दिल जीत लिया।दंगल के दौरान मैदान में हजारों की भीड़ जुटी रही, जो पहलवानों की हर चाल पर तालियों से उनका उत्साहवर्धन करती रही। आयोजन के दौरान पूरा माहौल खेल भावना और उत्साह से सराबोर हो गया।

कार्यक्रम में रॉबर्ट्सगंज के सांसद छोटेलाल सिंह खरवार, विधायक कैलाश आचार्य, प्रधान प्रतिनिधि सत्य प्रकाश गुप्ता, भरत यादव,पूर्व प्रधान हीरा यादव, अभय यादव, सुनील यादव, गोरी यादव समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे और पहलवानों का हौसला बढ़ाया।इस मौके पर चेयरमैन गौरव श्रीवास्तव, पूर्व विधायक जितेंद्र कुमार एडवोकेट, पूर्व विधायक शिवतपस्या पासवान,टोनी खरवार,पूर्व मंडल अध्यक्ष राघवेन्द्र प्रताप सिंह संतोष, जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि दशरथ सोनकर, सुधाकर कुशवाहा,बब्बन यादव, राजेश विश्वकर्मा सहित तमाम लोग मौजूद रहे। रेफरी की जिम्मेदारी समीम खान और पन्ना यादव ने संभाली, जबकि संचालन पूर्व प्रधान राजीव पाठक ने किया।आयोजन समिति ने कहा कि इस तरह के दंगल ग्रामीण युवाओं को खेलों की ओर प्रेरित करते हैं और कुश्ती जैसे परंपरागत खेल को जीवित बनाए रखते हैं।