एनएच-9 पर हिसार से डबवाली के बीच सड़क हादसों पर रोकने के लिए ओवर ब्रिज बनाने हेतु सैलजा ने नितिन गडकरी को पत्र लिखा

चंडीगढ़ (सुनील कुमार)

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने केंद्रीय मंत्री, सड़क परिवहन और राजमार्ग नितिन गडकरी को पत्र लिखकर कहा है कि नेशनल हाइवे-9 पर दुर्घटना संभावित क्षेत्र में और शहरों के प्रवेश प्वाइंट पर संकेतक न होने, प्वाइंट पर ओवर ब्रिज या अंडर ब्रिज न होने पर सड़क हादसे बढ़ रहे है, इन हादसों में कई लोगों की जान जा चुकी है। ऐसे में डिंग, ओढां, साहुवाला प्रथम, चोरमार और सांवतखेडा में अंडरब्रिज या ओवर ब्रिज बनवाए जाए ताकि आसपास के ग्रामीणों को किसी प्रकार की असुविधा न हो और हादसे में किसी को जान न गंवानी पड़े।

सांसद कुमारी सैलजा ने केंद्रीय मंत्री, सड़क परिवहन और राजमार्ग नितिन गडकरी को लिखे पत्र में कहा हैै कि इस संदर्भ में आपसे पहले भी अनुरोध किया गया था। सिरसा मेंं आयोजित दिशा की बैठक में पता चला कि इस दिशा में ऐसी कोई योजना प्रस्तावित नहीं है। कुमारी सैलजा ने पत्र में लिखा है कि वे आपका ध्यान मेरे संसदीय क्षेत्र सिरसा के अंतर्गत आने वाले एनएच-9 पर लगातार हो रहे सड़क हादसों और उनके कारण के बारे में आपका ध्यान आकर्षित करना चाहती है हिसार से डबवाली के बीच एनएस-9 पर कुछ डेंजर प्वाइंट है जहां पर आए दिन सड़क हादसे होते रहते है और कई लोगों की जान जा चुकी हैं। इस मार्ग पर डिंग, मोरीवाला, ओढां, चोरमार, साहुवाला प्रथम और सांवतखेड़ा ऐसे गांव है जो सड़क के दोनों ओर बसे हुए है। इन गांवों में दुर्घटना संभावित स्थल पर ओवर ब्रिज या अंडर ब्रिज बनाकर हादसों को रोका जा सकता है, इनके बनने से लोगों और पशुओं को एक छोर से दूसरे छोर तक आने-जाने में आसानी रहेगी। इसके साथ ही दुर्घटना संभावित स्थल के आसपास संकेतक लगाए जाए ताकि वाहन चालक सचेत हो सके और स्ट्रीट लाइट का भी उचित प्रबंध हो।

कुमारी सैलजा ने पत्र में लिखा है कि सिरसा और फतेहाबाद में एंट्री स्थल पर संकेतक लगाए जाए क्योंकि पहली बार इस मार्ग पर सफर करने वाले वाहन चालकों को पता ही नहीं होता कि वाहन किस दिशा में मोड़ना है, संकेतक न होने पर वे गलत दिशा में मुड़ जाते है जिससे उन्हें काफी परेशानी उठानी पड़ती है। इस हाइवे के दोनों ओर बरसाती नालों की स्थिति को लेकर मैंने लोकसभा में सवाल उठाया था जिसके जवाब में आपने कहा था कि इस राजमार्ग पर दोनों ओर 41 किमी तक बरसाती नाले बनाए गए है जिस पर कुल 61 करोड़ रुपये की राशि खर्च की गई है पर इन नालों की स्थिति दयनीय है और बरसात में सड़क में कटाव होता है और जलभराव भी, ऐसे में आपसे अनुरोध है कि इन नालों की फिर से मरम्मत करवाई जाए और जगह-जगह पर वाटर रिचार्ज बोर किए जाए ताकि जल संरक्षण भी हो सके।

सांसद कुमारी सैलजा ने कहा है कि अभी हाल ही में आपके मंत्रालय की ओर से हिसार से डबवाली तक हाइवे की मरम्मत कार्य के लिए 147.02 करोड़ रुपये का बजट जारी किया गया है, इस राजमार्ग की मरम्मत के साथ नाला की मरम्मत की ओर भी ध्यान दिया जाए। साथ ही अनुरोध है कि जो टोल प्लाजा 60 किमी से कम दूरी पर उन्हें किया जाए ताकि वाहन चालकों को राहत मिल सके।

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सच्चाई आई सामने, घोटालों की बुनियाद झूठ पर थी

सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि टू जी के बाद अब कॉमनवेल्थ मामले में भी ईडी ने क्लोजऱ रिपोर्ट दाखिल की, जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया। इससे यह स्पष्ट हो गया कि इन तथाकथित घोटालों की बुनियाद झूठ पर थी। भाजपा और आम आदमी पार्टी ने वर्षों तक इन मामलों का उपयोग केवल कांग्रेस को बदनाम करने और मीडिया में सुर्खियां बटोरने और सत्ता पाने के लिए किया। अब जब सच्चाई न्यायालय के माध्यम से सामने आ चुकी है। कांग्रेस पर झूठे आरोप लगाकर उसे बदनाम करने वाले क्या अब सार्वजनिक रूप से माफी मांगेंगे?