गांव में कच्चे मार्ग पर जलभराव से परेशान ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन, ग्राम प्रधान पति पर अनदेखी का आरोप

फिरोजाबाद: गांव के पास से गुजरने वाला बायपास मार्ग वर्षों से कच्चा और बदहाल स्थिति में है। ग्रामीणों का कहना है कि आज तक किसी भी प्रधान ने इस मार्ग को पक्का बनवाने की जहमत नहीं उठाई। जब भी लोग मांग करते हैं, तो केवल लीपापोती कर दी जाती है, लेकिन समस्या जस की तस बनी रहती है।

इस मार्ग पर सरकारी प्राथमिक विद्यालय और एक मंदिर स्थित है, जिससे यहां पढ़ने वाले बच्चों और श्रद्धालुओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। बरसात के दिनों में हालात और भी बदतर हो जाते हैं। गड्ढों में पानी भरने से सड़क कीचड़ में तब्दील हो जाती है, जिससे गांववासियों को निकलने में भारी दिक्कत होती है।

स्थानीय निवासी गवेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि जलभराव के कारण मच्छरों की संख्या बढ़ रही है, जिससे गांव में डेंगू-मलेरिया जैसी बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ गया है। ग्रामीणों का कहना है कि इस समस्या को लेकर कई बार प्रशासन और ग्राम प्रधान से शिकायत की गई, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।

ग्राम प्रधान लॉंगश्री के पति राजकुमार पर ग्रामीणों ने अनदेखी और केवल आश्वासन देकर टरकाने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों का कहना है कि जब इस समस्या को लेकर ग्राम प्रधान के पति राजकुमार (निवासी ? सदा का बांस) से दुरभाष पर कई बार संपर्क किया गया, तो उन्होंने समस्या पर ध्यान देने की बजाय अभद्र भाषा का प्रयोग कर फोन काट दिया।
ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान पति राजकुमार अपने अड़ियल रवैये में रहता है।
प्रदर्शन में शामिल ग्रामीणों ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा?

छत्रपाल सिंह: "गांव के मार्ग लंबे समय से टूटी पड़ी हैं। बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं सभी परेशान हैं, लेकिन प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा। हमने कई बार मार्ग को पक्की करने की मांग की, लेकिन हर बार सिर्फ मिट्टी डालकर लीपापोती कर दी जाती है।"

राजन सिंह: "हर चुनाव में प्रधान और अधिकारी वादे करते हैं कि सड़क बनवाएंगे, लेकिन चुनाव के बाद कोई नहीं सुनता। अब हम मजबूर होकर प्रदर्शन कर रहे हैं।"

किशन लाल: "गड्ढों में पानी भरा रहता है, जिससे बीमारियां फैल रही हैं। डेंगू और मलेरिया जैसी समस्याएं गांव में बढ़ती जा रही हैं।"

रीना देवी: "हमारे बच्चे स्कूल जाते समय गिरकर चोटिल हो जाते हैं। सरकार हमें शिक्षा देने की बात करती है, लेकिन स्कूल तक जाने के लिए एक अच्छी सड़क तक नहीं है।"

जब इस मामले पर ग्राम पंचायत सचिव आर्यन धाकरे से दूरभाष द्वारा बात करने की कोशिश की गई तो उनसे सम्पर्क नही हो पाया।

गांववासियों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द इस कच्चे मार्ग को पक्का बनाया जाए, ताकि लोगों को राहत मिल सके और बच्चों को स्कूल जाने में परेशानी न हो। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही कार्रवाई नहीं हुई, तो वे बड़े स्तर पर प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।