स्नातक छात्र ले रहे पुलिस विभाग में 120 घंटे का अनुभवात्मक प्रशिक्षण

फिरोजाबाद(शिकोहाबाद):शनिवार को भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) निदेशालय, लखनऊ और उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग के संयुक्त प्रयास से "स्टूडेंट पुलिस एक्सपेरिएंटियल लर्निंग (SPEL)" के द्वितीय चरण का आयोजन शिकोहाबाद स्थित कोतवाली में किया गया। इस कार्यक्रम के तहत 21 स्वयंसेवकों को पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली का 120 घंटे का व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया। फिरोजाबाद जनपद में यह कार्यक्रम पुलिस नोडल अधिकारी एसपी ग्रामीण अखिलेश भदौरिया के नेतृत्व में संचालित किया गया।

थानाप्रभारी प्रदीप कुमार ने बताया कि इस प्रशिक्षण का उद्देश्य युवाओं को पुलिस विभाग की संरचना और जिम्मेदारियों से परिचित कराना है। इसके अलावा, यह कार्यक्रम स्वयंसेवकों की संज्ञानात्मक क्षमता और जनसंपर्क कौशल को भी विकसित करेगा, जिससे वे समाज में सुरक्षा बनाए रखने में सक्रिय भूमिका निभा सकें।

यह प्रशिक्षण डॉ. भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी, आगरा से संबद्ध नारायण महाविद्यालय, शिकोहाबाद और पालीवाल कॉलेज के स्नातक विद्यार्थियों को दिया गया।एनएसएस नोडल अधिकारी डॉ. शुभी पटेल ने बताया कि यह कार्यक्रम विद्यार्थियों को पुलिस विभाग को करीब से समझने का अवसर देगा, जिससे उनके मन में पुलिस विभाग के प्रति सम्मान की भावना विकसित होगी।

आगरा गेट चौकी प्रभारी चमन कुमार शर्मा ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान स्वयंसेवकों को पुलिस थाने की कार्यप्रणाली, अपराध नियंत्रण, आपातकालीन स्थितियों से निपटने, साइबर अपराध, महिला सुरक्षा और जनता से संवाद स्थापित करने की प्रक्रिया विभिन्न पुलिस अधिकारियों द्वारा सिखाई गयी।पिछले चार दिनों में छात्रों ने पुलिस विभाग की बुनियादी जानकारी, सीसीटीएनएस (Crime and Criminal Tracking Network & Systems), एफआईआर लेखन, अपराध अभिलेख, क्षेत्र विवरण और विभिन्न पुलिस विभागों की कार्यप्रणाली के बारे में प्रशिक्षण प्राप्त किया।

यह कार्यक्रम विद्यार्थियों को युवा मित्र के रूप में तैयार करेगा, जिससे वे समाज और पुलिस के बीच एक सेतु की भूमिका निभा सकें। कंप्यूटर ऑपरेटर नदीम ने जानकारी दी कि मायभारत पोर्टल के अनुभवात्मक अधिगम के रिक्ति अवसर पर आवेदन करने के बाद छात्रों का प्रशिक्षण के लिए पंजीकरण किया गया है।

इस कार्यक्रम से विद्यार्थियों को पुलिस विभाग के व्यावहारिक अनुभव के साथ-साथ समाज में सुरक्षा व्यवस्था को समझने और उसमें योगदान देने का अवसर प्राप्त होगा।

रिपोर्ट-बबलू भाई