कन्नौज: निर्माणाधीन वेटिंग हाल का लेंटर भरभरा कर गिरा, 44 मज़दूर दबे

अभी तक 28 को निकाल लिया गया, राहत और बचाव कार्य जारी

कन्नौज। कन्नौज रेलवे स्टेशन पर शनिवार को बड़ा हादसा हो गया। यहां दो मंजिला निर्माणाधीन स्टेशन का लिंटर अचानक ढह गया। मलबे में 44 से मजदूर दब गए। अब तक 28 घायल जिला अस्पताल पहुंचाए गए हैं। इनमें से 7 को राजकीय मेडिकल कॉलेज तिर्वा रेफर किया गया है।

हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। घायलों को ई-रिक्शे और एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया। सीनियर अफसरों ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। 1 जेसीबी और 3 गाड़ी फायर ब्रिगेड की मौके पर रेस्क्यू में जुटी हैं।

स्टेशन पर अमृत भारत योजना के तहत दो मंजिला नई बिल्डिंग बन रही थी। शनिवार दोपहर अचानक पूरा लिंटर ढह गया। सूचना मिलते ही राज्य सरकार के मंत्री असीम अरुण भी मौके पर पहुंचे। डीएम शुभ्रांत कुमार शुक्ल और एसपी बिनोद कुमार, सीओ सिटी घटनास्थल पर पहुंच गए। कुछ ही देर में कानपुर के कमिश्नर के. विजयेंद्र पांडियन और जोन के आईजी जोगेंद्र सिंह भी कन्नौज रेलवे स्टेशन पहुंच गए । सीएम योगी ने कन्नौज में हुए हादसे का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को तुरंत मौके पर पहुंच कर राहत काम में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। रेलवे ने दो कोच वाली विशेष ट्रेन से बचाव दल कन्नौज स्टेशन भेजा है। इस गाड़ी से बचाव कार्य में इस्तेमाल होने वाली मशीनें, कटर और उपकरण उतारे गए। डॉग स्कॉयड भी बुलाई गई।

पुरानी बिल्डिंग से सटा कर नई बिल्डिंग का निर्माण कराया जा रहा

कन्नौज रेलवे स्टेशन की पुरानी बिल्डिंग से सटा कर नई बिल्डिंग का निर्माण कराया जा रहा है। दरअसल, 13 करोड़ की लागत से स्टेशन के वेटिंग एरिया का हाल बनाया जा रहा है। इसके लिए 1 साल से काम चल रहा है। इसका काम आशुतोष इंटरप्राइजेज को दिया गया था। ठेकेदार राम विलास राय काम करवा रहे थे। यह निर्माण प्लेटफार्म पर ही हो रहा था। यहां दो मंजिला भवन के ऊपरी हिस्से पर लिंटर डाला गया था। शनिवार दोपहर अचानक ऊपर का लेंटर ढह गया। इसकी चपेट में 20 से ज्यादा मजदूर आ गए। पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने कहा, "हमें दोपहर 2.39 बजे घटना की सूचना मिली कि 5 मजदूर घायल हो गए हैं, जिन्हें अस्पताल भेजा गया है। मामूली रूप से घायलों को 50 हजार रुपए और गंभीर रूप से घायलों को ढाई लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया गया है। रेलवे और राज्य सरकार की टीम घटनास्थल पर मौजूद है। राहत और बचाव का कार्य जारी है। मौके पर मौजूद लोगों ने घायलों को निकाल कर जिला अस्पताल भिजवाना शुरू कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे के अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए। रेलवे रोड से लेकर जीटी रोड तक भारी भीड़ जुट गई। एम्बुलेंस और पुलिस की गाड़ियां मुश्किल से निकल पा रही हैं। जिलाधिकारी शुभ्रांत कुमार शुक्ल ने बताया कि पुलिस, प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम मौके पर है। राहत और बचाव कार्य चल रहा है। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका उपचार चल रहा है। अभी तक किसी भी व्यक्ति की जान नहीं गई है।

प्रत्यक्षदर्शी बोला- हादसे के समय कम से 40 से 50 लोग थे

एक प्रत्यक्षदर्शी महेश कुमार ने बताया- मैं खाना खाकर आया। इसके बाद मसाले का पहला चक्कर बनाया। इसी दौरान लिंटर गिर गया। हम एक पैर जनरेटर पर रखे थे एक पैर मशीन पर रखे थे। समझ ही नहीं आया कि क्या हुआ है? हादसे के समय कम से कम 40-50 लोग मौजूद थे।

ये मजदूर मलबे में दबकर घायल हुए

राम बहादुर (सरायमीरा), आर्यन (सरायमीरा), कमलेश (सुक्खापुरवा), ध्रुव (चौराचांदपुर), कमलेश (चौराचांदपुर), अनिल (चौराचंदपुर), श्यामू (चौराचांदपुर), संदीप (चौराचांदपुर), विकास (ईसवापुर), संजेश (नेरा), राजा (ईसवापुर), रामरूप (चौराचांदपुर), रोहित (चौराचांदपुर), स्वामी दास (बलिया), आदेश पाल (ईसवापुर) घायल हुए हैं। राजू पासवान, राज कुमार गोयल, आकाश और कुलदीप राजकीय मेडिकल कॉलेज तिर्वा रेफर किए गए हैं।

अखिलेश बोले- सरकार अच्छा इलाज कराए

अखिलेश यादव ने X पर लिखा- कन्नौज में रेलवे निर्माण की दुर्घटना में राहत कार्य तेज किया जाए। सरकार घायलों को अच्छे-से-अच्छा उपचार उपलब्ध कराए और उन्हें यथोचित मुआवजा भी दिया जाए। सभी घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना। इस पोस्ट के साथ उन्होंने एक तस्वीर भी शेयर की है। वहीं, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा- सरकार की ओर से यही निर्देश है कि वहां तत्काल राहत और बचाव कार्य हो। दुर्घटना की जांच होगी और जो दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।