स्कूल जाने के बजाय सोते-सोते बालिका पहुंची मुगलसराय, पुलिस ने सी-प्लान ऐप का लिया सहारा,सकुशल लड़की पहुंची अपने घर

मुगलसराय कोतवाली अंतर्गत चकिया तिराहे के समीप देर शाम अपने घर से बिछड़े बालिका को पुलिस ने सी प्लान ऐप के माध्यम से परिजनों को सुपुर्द किया। जबकि यह बच्ची स्कूल के लिए बस में बैठी थी, नींद लग जाने के कारण मुगलसराय आ गई। स्थानीय लोगों की सूचना पर रेलवे चौकी प्रभारी ने बच्ची के परिजनों को सुपुर्द किया।

शहाबगंज थाना अंतर्गत बिलासपुर केनरा गांव निवासी रामाकांत पासवान की पुत्री सुनैना पासवान शनिवार की सुबह प्राइवेट बस से स्कूल जा रही थी। किसी तरह बस में नींद लग जाने के कारण मुगलसराय पहुंच गई। सुनैना के पास घर जाने के लिए किराया का पैसा नहीं था। इसके लिए परेशान होकर चकिया तिराहे के पास एक दुकान के समीप रोने लगी। सुनैना इतना डर गई कि घर वालों का मोबाइल नंबर भी नहीं बता पा रही थी। बालिका को रोता देखकर स्थानीय लोगों ने गश्त कर रहे रेलवे चौकी प्रभारी अजय यादव को सूचना दिया।

चौकी प्रभारी ने बालिका को लेकर पुलिस सहायता केंद्र चकिया तिराहे ले गए। पुलिस ने बालिका को खाने पीने की वस्तु देकर चुप करने का प्रयास किया। फिर उसके घर का पता पूछने का प्रयास किया। वहीं बालिका ने बताया कि मेरा नाम सुनैना पासवान है और मेरा घर शहाबगंज थाना अंतर्गत बिलासपुर गांव में है। सुनैना ने पुलिस को बताया कि वह घर से स्कूल के लिए बस में बैठी। किंतु बस में सो जाने के कारण गलती से मुगलसराय आ गई, जब यहां पहुंची तो फिर वापस जाने के लिए किराया नहीं था। इसलिए परेशान होकर दोपहर से बैठी थी तथा घरवालों का मोबाइल नंबर भी नहीं पता पा रही थी।

इतना सुनते ही पुलिस ने सी प्लान ऐप के तहत बिलासपुर केनरा गांव में संपर्क किया। संपर्क करते ही गांव के लोगों ने बताया कि हां मेरे गांव की एक बच्ची स्कूल से घर नहीं आई है, परिजन बच्ची को ढूंढ रहे हैं।ग्रामीणों ने तुरंत सुनैना के परिवार के माता-पिता से संपर्क कर पुलिस से बात कराई। परिवार के लोगों ने बताया कि साहब कुछ घंटे में आपके चौकी पर पहुंच जाएंगे। परिजन देर शाम रेलवे चौकी पर सुनैना को लेने के लिए पहुंच गए। और बच्ची को सकुशल देखा तो माता-पिता ने पुलिस का आभार व्यक्त किया।

इस संबंध में रेलवे चौकी प्रभारी अजय यादव ने बताया कि स्थानीय लोगों ने सूचना दी थी, सी प्लान ऐप के तहत बालिका के परिजनों से संपर्क किया गया। वहीं देर शाम बालिका के माता-पिता को सुपुर्द कर दिया गया।