बीएसए के निर्देश पर कई विकास क्षेत्रों के परिषदीय विद्यालयों से गायब रहने वाले 111 शिक्षकों पर कार्यवाही, एक दिन का वेतन काटने के साथ ही मांगा स्पष्टीकरण, विभाग में मचा हड़कंप 

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

चंदौली:जिले के सुदूर नौगढ़ क्षेत्र में सरकारी विद्यालयों में तैनात शिक्षक सुधरने का नाम नहीं ले रहे है। कोई शिक्षक किसी नेता का भाई है तो कोई शिक्षक जुगाड़ लगाकर विद्यालय से गायब रह रहे है और घर बैठकर महीने में मोटी तनख्वाह उठा रहे है। बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रकाश सिंह के निर्देश पर जनपद के सभी खण्ड शिक्षा अधिकारियों ने संचालित हो रहे परिषदीय विद्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण किया था। जिसमें दर्जनों अध्यापक अनुपस्थित पाए गए थे। सभी शिक्षक, शिक्षिकाओं व शिक्षामित्रों पर एक दिन का वेतन काटने की कार्यवाई की गयी। अपने कार्यशैली में सुधार लाने का निर्देश भी दिया गया।

शासन की मंशा के अनुरूप जनपद के परिषदीय विद्यालयों में शिक्षक शिक्षिकाओं की शिकायत मिलने पर बेसिक शिक्षा अधिकारी के निर्देश में जनपद के सभी खण्ड शिक्षा अधिकारियों ने 21 अक्टूबर से 20 नवम्बर तक विद्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण में जिसमें 111 शिक्षक, शिक्षक, शिक्षिकाएं व शिक्षा मित्र अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित पाए गए थे।जिसमें दोषी शिक्षकों का एक दिन का वेतन मानदेय अवरुद्ध करते हुए संबंधित खण्ड शिक्षा अधिकारियों की तरफ से सभी शिक्षकों को 15 दिन का स्पष्टीकरण मांगा गया है। एक तरफ यूपी सरकार परिषदीय विद्यालयों को कान्वेंट की तर्ज पर खाने पीने से लेकर पढ़ने लिखने स्कूली बैग सहित तमाम सुविधाएं दे जा रही है। ताकि ग्रामीणांचल के गरीब परिवार के बच्चे पढ़ लिखकर भारत का नाम रोशन करें। लेकिन शिक्षा के मंदिर में अध्यापक अपनी मनमानी से बाज नहीं आते हैं। जिसका नतीजा 111 शिक्षकों की मनमानी देखने को मिल रहा है। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने एक शिक्षक व चकिया खंड शिक्षा अधिकारी ने 28 शिक्षक, नौगढ़ खंड शिक्षा अधिकारी ने 12 शिक्षक व शहाबगंज खंड शिक्षा अधिकारी ने 4 शिक्षकों का एक एक दिन का वेतन काटा है। बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रकाश सिंह ने चेतावनी देते हुए कहा कि शिक्षक अपनी शिथिलता व कार्यप्रणाली में सुधार लाएं। नहीं तो कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जायेंगी।