बरेली एसटीएफ ने ढाई लाख का इनामी फहीम एटीएम को मुरादाबाद से दबोचा

बरेली महज 32 साल की उम्र में चोरी, हत्या लूट जैसे 66 मुकदमों के आरोपी और आठ राज्यों के वांछित ढाई लाख के इनामिया बदमाश फहीम उर्फ एटीएम को बरेली एसटीएफ ने मुरादाबाद से गिरफ्तार कर लिया है। 29 मई 2023 को सीतापुर जेल से तीन माह की पैरोल पर बाहर आने के बाद से वह फरार था। यूपी डीजीपी ने एसटीएफ को गिरफ्तारी में लगाया था शुक्रवार रात को उसे पकड़े जाने के बाद गलशहीद थाने से जेल भेज दिया गया। एसटीएफ के मुताबिक चार टीमें बनाकर मुरादाबाद के कांठ थाने के गांव उमरी कलां निवासी फहीम उर्फ एटीएम की तलाश की जा रही थी। मुखबिर की सूचना पर शुक्रवार रात सवा नौ बजे बरेली एसटीएफ के एएसपी अब्दुल कादिर व इंस्पेक्टर राकेश चौहान के नेतृत्व में टीम ने एटीएम को संभल चौराहे के पास टांडा अड्डा से पकड़ लिया तस्दीक के बाद उसे गलशहीद थाने ले जाया गया। उसके पास से एक तमंचा व कारतूस और 10,670 रुपये बरामद हुए हैं। रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद शनिवार को उसे मुरादाबाद जेल भेज दिया गया। यूपी के साथ ही आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, गोवा, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, महाराष्ट्र से भी वह हत्या, लूट व चोरी के मामलों में वांछित था। एक महीने पहले ही यूपी डीजीपी प्रशांत कुमार ने उसकी गिरफ्तारी पर ढाई लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। उन्होंने पुलिस के साथ ही एसटीएफ को भी लगाया था।गैर जमानती वारंट भी हुआ था जारी कुख्यात बदमाश फहीम उर्फ एटीएम 29 मई 2023 को जिला जेल सीतापुर से तीन महीने की पैरोल पर रिहा हुआ था। नियमानुसार उसे तीन महीने बाद जेल पहुंचना था लेकिन वह फरार हो गया था। इस क्रम में कोर्ट ने उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी कर दिया था। फहीम की तलाश में थी नौ राज्यों की पुलिस फहीम ने पूछताछ में बताया कि आंध्रप्रदेश, कर्नाटक समेत अन्य राज्यों की पुलिस उसकी तलाश में जुट गई थी। इसके कारण अब उसने नेपाल भागने की तैयारी शुरू कर दी थी। वह मुरादाबाद से टांडा बस अड्डा से उत्तराखंड के बाजपुर जाने वाली बस में बैठने वाला था। उत्तराखंड पहुंचकर वह नेपाल भागना चाहता था। इससे पहले ही पुलिस ने उसे दबोच लिया।करोड़ों का सोना लूटा, बरामद हुए दस हज़ार फरारी के दौरान फहीम एटीएम ने करोड़ों रुपयों का सोना लूटा था। कई प्रदेश की पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी। हालांकि, मुरादाबाद में जब एसटीएफ ने उसे दबोचा तो उसके पास एक तमंचा और दस हजार रुपये ही बरामद हुए। जिला अस्पताल में मेडिकल परीक्षण कराने के बाद उसे जेल भेज दिया गया। इसलिए पकड़ना हो गया था मुश्किल फहीम को कई राज्यों को पुलिस तलाश कर रही थी पर उसे पकड़ना मुश्किल हो गया था। इसकी दो बड़ी वजह थीं। वह मोबाइल बहुत कम स्तेमाल करता था। एक शहर में चोरी के बाद दूसरी चोरी हवाई यात्रा या ट्रेन से कई सौ किमी दूर दूसरे शहर में जाकर करता था। वहीं से निकलते समय अपना मोबाइल खोलता था। जब तक पुलिस वहां पहुंचती तब तक वह देश के दूसरे कोने में नई घटना करने पहुंच जाता था। शुरू में उस पर हत्या के भी कुछ मामले दर्ज हुए पर उन्हें उसने फर्जी बताया। कहा कि वह केवल चोर है पर कई बार फंसने पर तमंचा चाकू का इस्तेमाल कर लेता है। केवल सोना और कैश है पसंद फहीम ने ज्यादातर चोरियां व लूट कर्नाटक के बंगलुरू आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में कीं। साथ ही छत्तीसगढ, हरियाणा, राजस्थान, गोवा उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश में भी उसके खिलाफ केस दर्ज हैं। वह अक्सर अकेला ही चोरी करता है, इसलिए उसका निशाना सोने के जेवर व नकदी ही रहती है। चांदी वो बहुत मजबूरी में चुराता है।