महात्मा गांधी जी की 155वीं जयन्ती अवसर पर वैकल्पिक विवाद निवारण एवं अहिंसा के विषय पर संगोष्ठी का आयोजन संपन्न

रायबरेली।माननीय राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशानुसार व जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण तरुण सक्सेना के दिशा-निर्देशन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायबरेली के तत्वाधान में राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की 155वीं जयन्ती के अवसर पर माध्यस्थम्, सुलह तथा वैकल्पिक विवाद निवारण एवं अहिंसा के विषय पर संगोष्ठी का आयोजन ए0डी0आर0 सेन्टर छजलापुर, रायबरेली में किया गया। संगोष्ठी का शुभारम्भ अनुपम शौर्य अपर जिला जज/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, रायबरेली द्वारा राष्ट्रपिता व पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री के चित्र पर पुष्पार्पण करके किया गया। सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा वैकल्पिक विवाद निवारण के सम्बन्ध में अपने विचार रखते हुए मध्यस्थता पर विस्तार पूर्वक चर्चा की और सभी को मध्यस्थता के माध्यम से अधिक से अधिक वाद के निपटारे के लिए प्रेरित किया। सचिव द्वारा अहिंसा के सम्बन्ध में बताया गया कि किसी भी प्राणी को तन, मन, कर्म, वचन और वाणी से कोई नुकसान न पहुँचाना। मन में किसी का अहित न सोचना, किसी को कटुवाणी आदि के द्वारा भी नुकसान न देना तथा कर्म से भी किसी भी अवस्था में, किसी भी प्राणी कि हिंसा न करना, यह अहिंसा है। संगोष्ठी में चीफ लीगल एड डिफेन्स काउन्सिंल राजकुमार सिंह, मध्यस्थ अधिवक्ता मोइन इकबाल खान, मानसिंह पटेल, भूपेन्द्र सिंह, करुणेन्द्र मिश्र, रामकुमार सिंह, के द्वारा भी उक्त संगोष्ठी में स्वच्छता व अहिंसा विषय पर अपने-अपने विचार साझा किये गये। इस अवसर पर डिप्टी लीगल एड डिफेन्स काउन्सिंल जय सिंह यादव, असिस्टेन्ट लीगल एड डिफेन्स काउन्सिंल योगेश चन्द्र, विपिन कुमार व पराविधिक स्वयं सेवक पूनम सिंह, सौम्या मिश्रा, मनोज कुमार प्रजापति, पवन कुमार श्रीवास्तव, बबलू शंकर, अरविन्द सोनकर व नरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव उपस्थित रहे।