18,19 दो दिन के घटना क्रम में 20 को आरोपियों ने खोला मौत का राज

रायबरेली।जनपद के ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र में शनिवार 18 अक्टूबर को अपहृत सर्राफा व्यवसाई के पुत्र का शव प्रतापगढ़ थाना नवाबगंज के सीमा क्षेत्र के पास 19 अक्टूबर को मिला था।शव की सूचना पर परिजन सहित व्यापारियों में आक्रोश भरा था।जिसमें व्यापारियों ने लखनऊ प्रयागराज राजमार्ग को जाम कर प्रदर्शन करने लगे थे।व्यापारियों द्वारा राजमार्ग पर प्रदर्शन की सूचना पर जनपद के आला अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए।सभी अधिकारी पहुंच परिजन सहित व्यापारियों को समझने की कोशिश की किंतु कोशिश नाकाम रही।प्रदर्शन कर रहे व्यापारियों के पास पूर्व विधायक कांग्रेस कुंवर अजयपाल सिंह पहुंच कर परिजन सहित व्यापारियों से बात कर राजमार्ग को बहाल कराया था।घटना की सूचना पर ऊंचाहार विधायक डॉक्टर मनोज कुमार पांडेय कोतवाली पहुंच कर पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक घटना के बारे में पड़ताल की और त्वरित कार्यवाही किए जाने को कहा था।गौरतलब हो कि परिजन पुत्र के अपहृत होने की लिखित सूचना 18 अक्टूबर शुक्रवार को ऊंचाहार कोतवाली में दी थी।रविवार 20 अक्टूबर को पुलिस ने मामले को पर्दाफाश कर दिया।बताते चले कि ऊंचाहार कोतवाली से सरार्फा व्यवसायी का बेटा दुकान पर से अपनी मोटरसाइकिल पर बैठ कर किसी के साथ कहीं चला गया था।पुलिस द्वारा सीसीटीवी फुटेज चेक करने पर पता चला कि राकेश कौशल का पुत्र शोभित और आरोपी पूर्व से परिचित थे।राकेश कौशल की तहरीर पर थाना ऊंचाहार पर मु0अ0सं0-391/2024 धारा-140 (1) बीएनएस अभियोग पंजीकृत किया गया था।शनिवार 19 अक्टूबर को राकेश कौशल के पुत्र की लाश प्रतापगढ़ सीमा क्षेत्र के पास मिली थी। सूचना पर तत्काल अपर पुलिस अधीक्षक, क्षेत्राधिकारी डलमऊ द्वारा मय पुलिस टीम,फील्ड यूनिट के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया गया था।शव को कब्जे में लेकर कार्यवाही करते हुए पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया था।मुकदमा उपरोक्त में शनिवार 19 को धारा 103(1)/238 बीएनएस बढ़ोत्तरी की गयी।इसी क्रम में अपराधियों के विरुद्ध कार्यवाही के अन्तर्गत 20 अक्टूबर को थाना ऊंचाहार पुलिस टीम द्वारा मु0अ0सं0-391/2024 धारा-140(1)/103(1)/238 बीएनएस से संबंधित/विवेचना के क्रम में प्रकाश में आये धर्मेन्द्र सरोज पुत्र रामचन्द्र सरोज निवासी मजरे सावांपुर थाना ऊंचाहार जनपद रायबरेली,गुलाब सरोज पुत्र रामअभिलाष निवासी नजनपुर थाना ऊंचाहार जनपद रायबरेली को थाना क्षेत्र से नियमानुसार गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।पूछताछ करने पर धर्मेन्द्र सरोज ने बताया कि उसकी पत्नी तीन चार महीने पहले बीमार हो गयी थी।जिसका इलाज करवाने के लिए उसके पास पैसे नही थे।इसलिए अपनी पत्नी का इलाज करवाने के लिए अपनी पत्नी के गहने मृतक कौशल उर्फ शोभित की दुकान पर रखे थे और पैसे ले गया था।गुरुवार 17 अक्टूबर को धर्मेन्द्र मृतक शोभित से जेवर के संबध में जानकारी करने उसकी दुकान पर गया।वह अपने गहनों को वापस लेना चाह रहा था।धर्मेन्द्र के पास पैसे नही थे तो गहनों को वापस लेने के लिए कौशल उर्फ शोभित का अपहरण करके हत्या करने की सोची।इस काम को करने के लिए धर्मेन्द्र ने अपने साथी गुलाब को पैसे का लालच दिया और वह मान गया।शुक्रवार 18 अक्टूबर को समय करीब 11 बजे धर्मेन्द्र शोभित की दुकान पर गया और उसे अकोढ़िया गांव में ज्वैलरी का बडा आर्डर दिलाने की बात की।जिस पर शोभित जाने को तैयार हो गया।धर्मेन्द्र शोभित को उसकी ही मोटरसाइकिल पर बिठाकर अकोढ़िया रोड पर सरपतहा पुल के दाहिनी ओर पुल की पट्टी के पास सुनसान जगह पर ले गया।जहां गुलाब पहले से मौजूद था।दोनो ने मिलकर धारदार चाकू से शोभित की हत्या कर दी तथा उसके शव को झाड़ियो में फेंक दिया और कपड़े बदलकर गुलाब वहां से चला गया तथा धर्मेन्द्र ने शोभित की मोटरसाइकिल लेकर उसकी दुकान पर खड़ी की दुकान में अंदर चला गया।परजिनों ने जब धर्मेन्द्र को अंदर दुकान में देखा और शोभित नहीं दिखायी दिया तो उन्हें शंका हुई।सीसीटीवी फुटेज के आधार पर परिजनों द्वारा धर्मेन्द्र के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया । गहन विवेचना के क्रम में पुलिस ने शनिवार 19 अक्टूबर को नामित अभियुक्त तथा उसके साथी गुलाब सरोज को पुलिस ने हिरासत लिया तथा अभियुक्तों की निशानदेही पर शव को बरामद कर लिया था।