शहाबगंज- विकासखंड के इस गांव में मनरेगा में जमकर हो रहा है भ्रष्टाचार,फोटो से फोटो लेकर लगाई जा रही हाजिरी, जमीनी हकीकत कुछ और

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

शहाबगंज- प्रदेश सरकार भले ही ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यों में भ्रष्टाचार रोकने पर पूरा जोर दे रही है।लेकिन बावजूद इसके विभागीय अधिकारियों की मिली भगत से जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है। और अधिकारी भी खूब मस्ती से भ्रष्टाचार को रोकने की बजाय एसी का आनंद ले रहे हैं।

शहाबगंज विकासखंड के पचपरा गांव में ग्राम प्रधान के साथ साथ एपीओ संदीप वत्स मेठ रेखा कुमारी, और रोजगार सेवक की मिली भगत से बड़े पैमाने पर मनरेगा के कार्यों में भ्रष्टाचार करने का मामला सामने आया है। जिसमें जमीन पर कोई भी मनरेगा के तहत खुदाई या सफाई का कार्य नहीं हो रहा है लेकिन ऑनलाइन वेबसाइट पर फोटो से फोटो लेकर कोरमा पूर्ति करने के साथ ही कागजी घोड़ा दौड़ाया जा रहा है।और कागजी घोड़े के सहारे फर्जी तरीके से बिना काम किया ही पैसा निकाल लिया जा रहा है। कुछ दिनों पूर्व जब सिटी अपडेट न्यूज़ नेटवर्क की टीम मनरेगा के कार्यों में हो रहे भ्रष्टाचार की शिकायत पर जब गांव में पहुंची तो नाली में झाड़ झंकार दिखाई दिया और कागज पर काम होता दिख रहा था। जिससे साफ जाहिर हो गया कि बड़े पैमाने पर इस गांव में भ्रष्टाचार हो रहा है।

इस संबंध में खंड विकास अधिकारी दिनेश सिंह ने बताया कि पचपरा गांव में मनरेगा के कार्यों में जमीन पर काम ना कर फोटो से फोटो लेकर हाजिरी लगाई जाने का मामला जानकारी में आया है। मामले की जांच कराई जा रही है दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।