सफेदपोशों की निगरानी में रहता है शहाबगंज ब्लाक बावजूद इसके परिसर से गायब हो गया खराब पाइप और गाटर,जिम्मेदार कौन

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

शहाबगंज: शासन द्वारा लगातार विभागीय अधिकारियों को सही और गुणवत्ता पूर्ण तरीके से काम करने के निर्देश दिए जा रहे हैं। लेकिन बावजूद इसके अधिकारी खुद के साथ-साथ सरकार की भी मंशा पर पानी फेरते हुए छवि खराब कर रहे हैं। वर्तमान में चंदौली जनपद शहाबगंज विकासखंड कार्यालय भ्रष्टाचार का केंद्र बन गया है। यहां अधिकारी और कर्मचारी शासन और डीएम के आदेशों को तक पर रखते हुए मनमाने तरीके से काम कर रहे हैं।

पिछले दिनों फत्तेपुर खुर्द गांव निवासी रामप्रवेश यादव ने 12 अगस्त को उप जिलाधिकारी को एक प्रार्थना पत्र देकर जिलाधिकारी को प्रतिलिपि भेजी है।इस पत्र के माध्यम से रामप्रवेश ने बताया कि शहाबगंज विकासखंड में 72 ग्राम पंचायतें हैं, और इनमें से कई हैंडपंप खराब हो चुके थे। कई ग्राम पंचायत में हैंडपंपों की री-बोरिंग का काम तेजी से किया गया, लेकिन खराब पाइपों को सही तरीके से नीलाम नहीं किया गया।
रामप्रवेश का आरोप है कि एडीओ पंचायत अरविंद कुमार सिंह ने जुलाई माह में खराब पाइपों को वाहन से अपने घर मंगा लिया और अब तक उनकी नीलामी नहीं की गई है। रामप्रवेश का कहना है उन्होंने जब एडीओ पंचायत से इस बारे में जानकारी मांगी, तो उन्होंने पहले पूरी तरह से इनकार किया और बाद में कहा कि पाइपों को वह रख चुके हैं और उन्हें किसी अधिकारी का डर नहीं है।सरकारी संपत्ति का दुरुपयोग देख कर रामप्रवेश ने इस मामले की फोटो सहित शिकायत की और अधिकारियों को सूचित किया है।

हालांकि अभी तक इस मामले में किसी भी संबंधित उच्चाधिकारी का आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन खबर प्रकाशित होने के बाद जिला प्रशासन सक्रिय होकर कितना कार्रवाई कर पता है यह अभी भविष्य के गर्त में है।

हालांकि ऐसा माना जाता है कि चकिया विधानसभा क्षेत्र का शहाबगंज एक ऐसा ब्लॉक है जी ब्लॉक पर धनबलियों की नजर रहती है लेकिन बावजूद इसके ब्लाक और विभागीय अधिकारी और कर्मचारियों की मिली भगत से भ्रष्टाचार का केंद्र बनता जा रहा है। वहीं सूत्रों की माने तो ब्लॉक में कार्य कई अधिकारी और कर्मचारी तो इन्हीं धनबलियों की छत्रछाया में ही कार्य कर रहे हैं।