भाजपा की जिला पंचायत अध्यक्ष रंजना चौधरी ने ऊंचाहार पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप, सक्षम अधिकारियों ने सीयूजी नंबर पर बात करने से बनाई दूरी...

👉पुलिस का पक्ष जानने के लिए फोन किया गया तब सीओ डलमऊ ने नहीं उठाया फोन और एसपी के पीआरओ ने कहा साहब अभी व्यस्त हैं.!

रायबरेली।जिले के अंदर न्यायिक व्यवस्था को तार तार करने में जुटी ऊंचाहार पुलिस पर अब शायद क्षेत्राधिकारी डलमऊ अरुण कुमार नौहवार का भी कंट्रोल नहीं रहा। जिसकी वजह से लगातार ऊंचाहार कोतवाली में तैनात सिपाही और दरोगा पर आरोप लगते रहे हैं लेकिन अब तो पूरी ऊंचाहार कोतवाली गंभीर सवालों के घेरे में आ चुकी है। जिसके बाद कोतवाल अनिल कुमार सिंह अब अपनी कुर्सी बचाने के लिए माफी मांगते नजर आए।

बताते चलें कि आज रविवार को रायबरेली की जिला पंचायत अध्यक्ष रंजना चौधरी अचानक से ऊंचाहार कोतवाली पहुंची और पुलिस महकमे के विरुद्ध कोतवाली परिसर के अंदर जमीन पर अकेले ही धरने पर बैठ गई। कोतवाली परिसर के अंदर जिले की महिला जिला पंचायत अध्यक्ष के इस तरह अचानक से धरने पर बैठ जाने पर कोतवाली पुलिस के पसीने छूट गए। हालांकि उच्चाधिकारियों के पहुंचने से पहले ही कोतवाल अनिल कुमार सिंह विनती करके धरने को समाप्त करा लिया। इस बीच वह जिला पंचायत अध्यक्ष से विनती करते हुए नजर आए और उनसे कुर्सी पर बैठने का अनुरोध करने लगे। कोतवाल की की काफी विनती के बाद उन्होंने धरने को खत्म किया और फिर मौजूद मीडिया को बयान दिया, जिसमें उन्होंने ऊंचाहार पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए।
बता दें कि रायबरेली में भारतीय जनता पार्टी की सीट से रंजना चौधरी जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। उन्होंने कहा कि करीब एक महीने से ऊंचाहार पुलिस की कार्यशैली से वह नाराज चल रही हैं। रंजना चौधरी ने बताया कि हाल ही में ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र के कंदरावा ग्राम सभा के अंबेडकर नगर में वर्षो से लगी अंबेडकर की प्रतिमा को अराजक तत्वों द्वारा तोड़ दिया गया है। इस मामले में पुलिस ने अब तक कोई ठोस कार्यवाई नहीं की है और मामले को रफा दफा करने में लगी हुई है।
वहीं जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि ऊंचाहत क्षेत्र के अंदर पुलिस के संरक्षण में बड़े स्तर नशे का कारोबार हो रहा है,जिससे आज का युवा नशे की लत में डूबता जा रहा है और पुलिस नशे के कारोबारियों को अपना संरक्षण दे रही है। साथ ही जिला पंचायत अध्यक्ष ने आरोप लगाया है कि ऊंचाहार कोतवाली परिसर में न्याय मांगने के लिए आने वाली महिला फरियादियों को सम्मान तक नहीं मिल रहा है, इन सब आरोपों के लिए यहां के प्रभारी निरीक्षक ही जिम्मेदार हैं।
वहीं उन्होंने कहा कि क्षेत्र की एनटीपीसी परियोजना में मजदूरों के गेट पास बनाने हेतु उनके वेरिफिकेशन करने में पुलिस 500-500 रुपए की वसूली कर रही।
यहां उल्लेखनीय यह भी है कि मजदूरों के गेट पास वेरिफिकेशन हेतु की जाने वाली वसूली और नशे के फैले कारोबार में ऊंचाहार कोतवाली की एनटीपीसी चौकी क्षेत्र अव्वल है।
इसमें विगत दिनों का एक मामला और भी उजागर हो रहा है, जिसमें गौ तस्करों के द्वारा लखनऊ प्रयागराज हाईवे पर ऊंचाहार के सवैया में लावारिस हालत में 2 दिन तक खड़े किए गए ट्रक में 21 गौवशो की दर्दनाक मौत हो गई थी। हालांकि एक वांछित को पुलिस द्वारा गिरफ्तार भी किया गया है। किंतु इस मामले को भी ऊंचाहार पुलिस द्वारा ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है।
अब देखना यह है कि रायबरेली की जिला पंचायत अध्यक्ष रंजना चौधरी के आरोपों से अपने आप कैसे आरोप मुक्त करेगी ऊंचाहार पुलिस।
यहां तक कि गंभीर आरोपों से घिरी ऊंचाहार पुलिस पर सीओ डलमऊ अरुण कुमार नौहवार मेहरबान हैं और वह यहां को पुलिस पर कार्यवाही के बजाए उसको आरोपों से बरी कर देते हैं।
फिलहाल जिला पंचायत अध्यक्ष द्वारा कोतवाली परिसर में दिए गए धरने और पुलिस पर लगाए गए गंभीर आरोपों पर पुलिस का पक्ष जानने के लिए क्षेत्राधिकारी डलमऊ अरुण कुमार नौहवार को फोन लगाया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।
वहीं पुलिस अधीक्षक रायबरेली अभिषेक अग्रवाल को फोन करने पर पीआरओ ने फोन उठाया और कहा साहब अभी व्यस्त हैं।
इस तरह से जिले के सक्षम अधिकारियों ने अब सीयूजी नंबर पर बात करने से दूरी बना ली है,अधिकारियों के सीयूजी नंबर पर फ़ोन करने पर पहले तो फोन ही नहीं उठता ,यदि फोन उठ गया तो पीआरओ कहता साहब व्यस्त हैं। इस सरकारी व्यवस्था का हल ढूंढ पाना मुश्किल है।