धोखाधड़ी के मामले में नया मोड़: पूर्व चेयरमैन के पुत्र मो. याहिया का खंडन, बोले–

ऊंचाहार,रायबरेली।नगर पंचायत ऊंचाहार के पूर्व चेयरमैन मो.सल्लन उनके पुत्र मो.याहिया उर्फ आज़ाद और बहू रीता सिंह पर धोखाधड़ी के गंभीर आरोपों के तहत दर्ज मुकदमे के बाद अब यह मामला राजनीतिक रंग लेता दिखाई दे रहा है।इस प्रकरण में नामजद अभियुक्त मो.याहिया ने मंगलवार को मीडिया के समक्ष आकर पूरे घटनाक्रम पर अपनी स्थिति स्पष्ट की और इसे एक सोची-समझी साजिश बताते हुए सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया।मो.याहिया ने अपने बयान में कहा कि उनका किसी भी अन्य व्यक्ति से कोई आर्थिक लेन-देन नहीं है और उनका संपूर्ण लेन-देन केवल मरियम बानो नामक महिला से जुड़ा है।उन्होंने बताया कि"मैंने पहले ही मरियम बानो को एक लाख रुपये का भुगतान कर दिया है और अब केवल मात्र 24,000 रुपये की राशि शेष है।जिसे मैं जल्द ही उनके खाते में जमा करवा दूंगा।"
उन्होंने आगे कहा कि"जिन लोगों ने मेरे खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है,उनका इस लेन-देन से कोई संबंध नहीं है।ये लोग केवल मेरी और मेरे परिवार की प्रतिष्ठा को ठेस पहुँचाने के इरादे से झूठे आरोप लगाकर मुझे फंसाने की कोशिश कर रहे हैं।यह पूरा मामला एक सुनियोजित राजनीतिक षड्यंत्र है।"
मो.याहिया ने स्पष्ट शब्दों में आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने जानबूझकर उनके खिलाफ झूठे दस्तावेजों के आधार पर मुकदमा दर्ज करवाया है,जबकि उन्होंने पहले ही पुलिस को तहरीर देकर अवगत करा दिया था कि उनका जो भी मामला है वह केवल मरियम बानो से जुड़ा है।उन्होंने कहा कि?मैंने पुलिस को पहले ही बताया था कि बाकी लोग इस मामले में बेवजह घसीटे जा रहे हैं,लेकिन इसके बावजूद बिना किसी निष्पक्ष जांच के मुकदमा दर्ज कर लिया गया,जो कि पूरी तरह से गलत है।"मरियम ही एकमात्र महिला हैं जिनसे मेरा वास्तविक आर्थिक संबंध है,"याहिया ने दोहराया उन्होंने कहा कि बाकी नामजद लोग इस मामले से न सिर्फ अनजान हैं,बल्कि झूठी कहानी बनाकर पूरे प्रकरण को तोड़-मरोड़ कर प्रस्तुत कर रहे हैं।उन्होंने कहा ये लोग राजनीतिक लाभ उठाने के लिए इस झूठी कहानी को हवा दे रहे हैं।?याहिया ने यह भी कहा कि वे इस संबंध में उच्च अधिकारियों को पत्र लिखकर मामले की निष्पक्ष जांच और झूठे आरोप लगाने वालों पर कानूनी कार्रवाई की मांग करेंगे। उन्होंने अपील की कि पुलिस मामले की पुनःजांच कर निष्पक्षता से फैसला करे ताकि निर्दोष लोगों को न्याय मिल सके।उन्होंने कहा?मैं कानून व्यवस्था में विश्वास रखता हूं और जो भी बकाया राशि है, उसे चुकाने के लिए प्रतिबद्ध हूं।लेकिन जिस तरह से मेरे परिवार को बदनाम करने की साजिश रची गई है,वह पूरी तरह से निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है।"फिलहाल इस बयान के बाद स्थानीय राजनीति में हलचल और तेज हो गई है। एक ओर जहां शिकायतकर्ता पक्ष न्याय की मांग कर रहा है,वहीं अब आरोपी पक्ष ने खुलकर अपने बचाव में तथ्यों को प्रस्तुत किया है।याहिया द्वारा मरियम बानो को की गई एक लाख की बैंक ट्रांजैक्शन और शेष 24,000 रुपये की बात को लेकर मामला अब नई दिशा में जाता दिख रहा है।स्थानीय नागरिक भी इस मामले पर विभाजित नजर आ रहे हैं।कुछ लोग इसे राजनीतिक बदले की भावना मान रहे हैं,वहीं कुछ इसे गंभीर आर्थिक अपराध मानते हुए निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।अब सबकी निगाहें पुलिस और प्रशासन की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं,जिससे यह स्पष्ट हो सकेगा कि इस मामले में दोषी कौन है और पीड़ित कौन।