सीएम को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा ग्रामीणों ऊंचाहार पुलिस के खिलाफ कि बाजी नारे

ऊंचाहार पुलिस के विरुद्ध ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन, लगाए गम्भीर आरोप और मुर्दाबाद के नारे

👉कोतवाल के सामने ही ग्रामीणों ने शुरू कर दी नारेबाजी और सीएम को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा

रायबरेली।कोतवाली क्षेत्र ऊंचाहार में एक ही बिरादरी के लोगों द्वारा दलित परिवार पर किये जा रहे हमले व उत्पीड़न के मामले में पुलिस द्वारा कार्यवाही न किये जाने के विरोध में दर्जनों ग्रामीणों ने तहसील मुख्यालय पर पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है।बुधवार को गणेशगंज मजरे इटौरा बुजुर्ग गांव के दो दर्जन से अधिक ग्रामीण हांथ में बैनर लेकर तहसील पहुंचे और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।ग्रामीण बृजेश कुमार, राम किशुन आदि का कहना है कि गांव के एक ही बिरादरी के लोगों द्वारा लगातार उन पर हमला व उत्पीड़न किया जा रहा है और पुलिस हांथ पर हांथ धरे बैठी है।पीड़ितों का कहना है कि दबंगों के भय से हम लोग रिश्तेदार के यहां रहने को मजबूर हैं।हल्का दरोगा पुलिसकर्मियों के साथ गाँव जाते है और महज खानापूर्ति करके लौट आते हैं।पुलिस के खिलाफ लोगों में आक्रोश व्याप्त है।जिसके बाद ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपकर कार्यवाही किये जाने की मांग की है।सूचना पर पहुंचे कोतवाल संजय कुमार ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया लेकिन पुलिस की खराब छवि और व्यवहार के चलते ग्रामीणों का गुस्सा शांत नहीं हुआ और उनके सामने ही नारेबाजी शुरू कर दी।इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि ऊंचाहार पुलिस की नकारात्मक छवि और तानाशाह पूर्ण व्यवहार के कारण कोतवाली प्रभारी की बात नहीं मानी और प्रदर्शन कर ग्रामीणों ने नारे बजी शुरू कर दी।उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है।