चंदौली- थानों के आमदनी की जिम्मेदारी संभालने वाले सेनापतियों को एसपी आदित्य का बुलावा, विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार को रोकने पर बल दे रहे कप्तान

चंदौली- पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे के आदेश से जनपद में भूचाल की स्थिति आ गयी। कारण यह कि थानों के आमदनी की जिम्मेदारी संभालने वाले सेनापति (कारखास) को पुलिस अधीक्षक ने एक झटके में लाईन में आमद कराने का निर्देश जारी कर दिया। इससे विभाग में हड़कम्प मच गया। हालांकि थाना प्रभारी आदेश का पालन भी करा दिए और अपने चहेतों को बचा भी लिए।

पुलिस अधीक्षक के इस आदेश के बाद महिला थाना में भी कारखास है इस बात की पुष्टि हो गयी। यहां से भी एक महिला सिपाही को लाईन में भेजा गया है। जबकि अन्य थानों में कहीं से दो तो कही से तीन कारखास लाइन में गए है। इसमें अधिकांश थाना प्रभारी अपने दाहिने हाथ की तरह कार्य करने बलों को बड़े ही साफगोई से बचा लिए है।

सूत्रों की माने तो जीटी रोड के अधिकांश थानों में कारखास की संख्या 04 से अधिक है। सकलडीहा ग्रामीण क्षेत्र के थाना से ड्राइवर सहित कुल तीन कारखास लाइन में गए है। जबकि सैयदराजा और कोतवाली से मात्र दो दो लोग है।

पुलिस सूत्रों की माने तो अलीनगर सीसीटीएनएस का कार्य देख रहे प्रवीण तिवारी के जिम्मे आबकारी का कार्य है। सदर कोतवाली में तैनात सुरेश तिवारी शराब व अश्वनी बोगा बालू का कार्य देखते है। बलुआ में प्रदीप सिंह पिछले तीन वर्ष से कारखास बने हुए है। लेकिन उन्हें इस सूची से बचा लिया गया।

धीना में दुष्यंत, जबकि सैयदराजा की स्थिति यह है कि यह एकलौता थाना ऐसा है जहां पिछले 15 वर्ष से अधिक समय से थाना प्रभारी के रसोइयां का कार्य देख रहे नवसाद व रूपनारायण को कुछ क्षेत्र की जिम्मेदारी दी गयी है। वही जानकारों का कहना है कुछ क्षेत्र साहब स्वयं ही देखते है। कंदवा व इलिया थाना भी अपने चहेते कारखास को रोक दिया।

विभागीय जानकारों का कहना है कि जिन कारखासो को लाइन में आमद कराया गया है। यह लाईन हाजिर की कार्यवाही है, जबकि विभाग इसे विशेष प्रशिक्षण का नाम दे रहा है। आखिर यह कौन सा प्रशिक्षण है जो थाने के कारखासों को दी जाएगी।