विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार और अपराधों पर रोक लगाने में नाकाम रहे एसपी डॉ अनिल कुमार, चाय विक्रेता और किशोरी से दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में खाली हैं पुलिस के हाथ

चंदौली - जनपद में शुरू में आने के बाद एसपी अनिल कुमार ने पहले तो कानून व्यवस्था को लेकर और पशु तस्करी तथा विभिन्न अपराधिक कार्यों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए।

इसके साथ ही उन्होंने लगातार गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई के तहत अपराधी पर भी बड़ी कार्रवाई करते हुए काफी संख्या में सलाखों के पीछे भेजने का कार्य किया। लेकिन वही अपने स्वभाव के कारण एसपी डॉ अनिल कुमार शासन की मनसा के अनुरूप जनता और जनप्रतिनिधियों से बिल्कुल भी नहीं घुल मिल सके। और लगातार किनारे करते रहे। हालांकि उनके कार्यकाल में जनपद में चोरी चुनौती के साथ-साथ दुष्कर्म और हत्या जैसी वारदातें जारी रहे और जखन ने अपराधों में कोई कमी नहीं आई।

इनके कार्यकाल में अभी तक चंदौली जनपद के तारा जीवनपुर में चाय विक्रेता की हत्या और नवगढ़ क्षेत्र में किशोरी से दुष्कर्म के बाद हत्या जैसी वरदाता में अभी भी कोई गिरफ्तारी नहीं हो सकी है और क्षेत्रीय पुलिस के हाथ बिल्कुल भी खाली है। इन्होंने अपने कार्यकाल में विभिन्न स्थानों पर ऐसे उम्र दराज और सुस्त पुलिस अफसर को तैनात किया जो की बिल्कुल भी अपराधों को रोकने में पूरी तरह नाकाम रहे।

हालांकि बात करें तो महकमें में व्याप्त भ्रष्टाचार जैसे पशु तस्करों से अवैध वसूली बोगा चालकों से अवैध वसूली के साथ-साथ हुए इत्यादि के खेल में बड़े पैमाने पर पुलिस द्वारा सुविधा शुल्क लेने और सांठ गांठ होने की बात अभी सामने आती रहती थी।