लंबे समय से एक ही स्थान पर जमे निरीक्षक,उप निरीक्षक दीवान और आरक्षी के कब होंगे तबादले

लंबे समय से एक ही स्थान पर जमे निरीक्षक,उप निरीक्षक दीवान और आरक्षी के कब होंगे तबादले

अम्बेडकरनगर
भ्रष्टाचार से निपटने में शीशे की दीवारों वाले पुलिस थानों की भूमिका की बड़ी जोर शोर से चर्चा होती है. अब सवाल उठता है कि क्या वास्तव में ये पुलिस थाने भ्रष्टाचार कम करने में सफल रहे हैं?उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पुलिस पर लगाम कसने के लिए प्रदेश के अधिकारियों को भले ही कड़े निर्देश क्यों ना दे रहे हो लेकिन पुलिस है कि अपने रवैया में बदलाव लाने को तैयार नहीं है और खाकी का रौब दिखाकर आए दिन अवैध वसूली करवाने से नहीं चूकते है। पुलिस का यह कारनामा अनवरत जारी है।जिले में अपराध पर काबू पाने के उद्देश्य और आगामी त्यौहार पर सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए जाने के लिए एक ही स्थान पर जमे हुए निरीक्षक और उप निरीक्षक तथा सिपाहियों के स्थानांतरण आखिर कब किए जाएंगे जबकि हर थानों में अपराधों की फेरहिस्त बढ़ती जा रही है और पुलिस अंकुश नहीं लग पा रही है।कुछ थाना प्रभारियों की लापरवाही की शिकायत और कुछ चौकी प्रभारी पिछले काफी समय से एक ही चौकी पर जमे हुए है लोगों का कहना है कि लंबे समय से तैनात एक स्थान पर तैनात होने के कारण इनकी जड़े ज्यादा मजबूत हो चुकी है इसलिए इनके द्वारा क्षेत्र में अपराधियों पर लगाम लगाना असंभव हो चुका है। जनपद में आए दिन चोरी के मामले सुने जाते हैं केवल कुछ ही मामलों का खुलासा पुलिस कर पाती है नहीं तो और सब फाइल धूल फांकती रहती हैं, लोगों द्वारा यह भी कहा जाता है कि पुलिस द्वारा मोबाइल रिकवरी तो की जाती है परंतु उन मोबाइल चोरों के बारे में कभी भी अखबारों में नहीं पढ़ने को मिलता। कुछ बुद्धिजीवियों का कहना है कि जब तक निरीक्षक से लेकर दीवान और सिपाहियो जो लंबे समय से एक ही थाने और चौकी पर तैनात है उनका तबादला नहीं होगा तब तक व्यवस्था में सुधार ला पाना असंभव है।