पथराव करने वाले उपद्रवियों पर हरदोई पुलिस ने की कार्रवाई, 30 नामजद समेत 150-200 अज्ञात के विरुद्ध दर्ज किया मुकदमा, आरोपियों ने विशेष समुदाय के घर जलाने की बनाई थी योजना

हरदोई। युवराज सिंह हत्याकांड को लेकर मंगलवार को निजामपुर पुलिया पर हुए उपद्रव और पुलिस पर पथराव के मामले में पुलिस ने 30 नामजद समेत 100 से 150 अज्ञात उपद्रवियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने 3 मोटरसाइकिल व 7 मोबाइल फोन व एक बाकी टाकी वायरलेस सेट भी गिरा हुआ पाया। वाहनों को पुलिस ने सीज कर दिया है और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।

प्रभारी निरीक्षक अरविंद कुमार राय ने मंगलवार देर रात दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि बीती 30 में की शाम को मोहल्ला बिरहाना में युवराज सिंह उर्फ यूवी ठाकुर पुत्र संजय सिंह निवासी ग्राम इस्माइलपुर की विशेष समुदाय के आरोपियों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसके संबंध में थाने पर मृतक के ताऊ की तहरीर के आधार पर अभियोग पंजीकृत करके सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया। सोमवार को मुखबिर द्वारा उन्हें जानकारी हुई कि मृतक युवराज सिंह उर्फ यूवी की हत्या के विरोध में करणी सेना व क्षत्रिय समाज के व्यक्तियों एवं बसपा नेता राजवर्धन सिंह राजू द्वारा कस्बा पाली में आकर हत्याभियुक्तों तथा अन्य मुस्लिम लोगों का घर जलाकर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की योजना है, यदि कोई इसका विरोध करेगा तो उसे जान से मार दिया जाएगा। सूचना के आधार पर उच्च अधिकारियों को अवगत कराते हुए अतिरिक्त पुलिस बल शांति व्यवस्था व सुरक्षा ड्यूटी हेतु मांग की गई। विभिन्न स्थानों पर पुलिस एवं पीएसी बल के जवानों को लगाया गया। मंगलवार को घटना के संबंध में शांति व्यवस्था ड्यूटी में प्रथम टीम में वह स्वयं हमराही उप निरीक्षक वीर बहादुर सिंह, कांस्टेबल बृजेंद्र, जयपाल, विनोद कुमार, महिला कांस्टेबल ममता वर्मा, स्तुति मौर्य के साथ, द्वितीय टीम में अपराध निरीक्षक वहीद अहमद, उपनिरीक्षक ज्ञानेंद्र सिंह, योगेंद्र सिंह, कांस्टेबल अरुण वर्मा, अमित कुमार, महिला कांस्टेबल सरिता के साथ, तृतीय टीम में कस्बा चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक शिव शंकर मिश्रा, कांस्टेबल दिलीप कुमार, राकेश प्रताप, महिला कांस्टेबल रितिका को लेकर थाने से दंगा नियंत्रण उपकरण के साथ कस्बा में भ्रमणशील थे तभी, सूचना प्राप्त हुई की मृतक युवराज की हत्या के विरोध में करणी सेना व क्षत्रिय समाज के व्यक्ति एवं बसपा नेता राजवर्धन सिंह राजू अपने समर्थन में कस्बा पाली में मुस्लिम अभियुक्त गणों के घरों एवं अन्य मुसलमानों के घर पर आगजनी, तोड़फोड़ एवं उपद्रव किए जाने हेतु रूपापुर की ओर से कस्बा पाली आ रहे हैं। निजामपुर पुलिया पर प्रभारी निरीक्षक सवायजपुर, प्रभारी निरीक्षक शाहाबाद एवं प्रभारी निरीक्षक पिहानी द्वारा को अलर्ट रहने के लिए कहा गया। निजामपुर चौराहे इस कुछ ही समय बाद बसपा नेता राजवर्धन सिंह राजू अपने साथ करीब डेढ़ सौ से 200 लोगों को साथ लेकर आए और पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद इत्यादि के नारे लगाते हुए निजामपुर चौराहे पर आकर चौराहा जाम कर दिया। जिससे शाहजहांपुर रूपापुर शाहाबाद मार्ग की तरफ आने जाने वाले लोग भीषण गर्मी के समय में जाम में फंसे रहे, एंबुलेंस भी मरीज को लेकर जा रही थी वह जाम में फंस गई। पुलिस कर्मियों द्वारा प्रदर्शन कर रहे बसपा नेता राजवर्धन सिंह व उनके सहयोगियों को घटना के संबंध में नियमानुसार की गई कार्रवाई के संबंध में अवगत कराया गया तथा यह भी बताया कि जनपद में 144 सीआरपीसी धारा लागू है, जिसके अनुपालन के बारे में बताया गया परंतु उपद्रवकारी नहीं माने और अनावश्यक रूप से अभियुक्त गणों के घर गिराने एवं घरों में आग लगाने व सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने तथा अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए पुलिसकर्मियों से झगड़े पर आमादा हो गए। पुलिस कर्मियों द्वारा उपद्रवकारियों को समझाने का हर तरीके से प्रयास किया गया पर वह नहीं माने। उपद्रवी पुलिस पर पथराव करने लगे और मारपीट की। पुलिस कर्मियों द्वारा मौके पर लाउड स्पीकर का प्रयोग कर शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील भी की गई, उपद्रवियों के उक्त कृत्य से पाली निजामपुर चौराहे पर अफरातफरी का माहौल व्याप्त हो गया, आसपास के दुकानदार व कस्बा पाली के दुकानदार अपनी-अपनी दुकान बंद करके डर की वजह से भाग गए। उपद्रवी पुलिस कर्मियों की बात न मानकर एक राय होकर लगातार प्रदर्शन करते रहे और पुलिस कर्मियों पर पथराव शुरू किया, जिसमें पुलिस ने बचाव में आंसू गैस के दो गोले कांस्टेबल जयपाल से दगवाए। पथराव में कांस्टेबल अमित कुमार, अरुण वर्मा, महिला कांस्टेबल ममता वर्मा, उपनिरीक्षक अजय तोमर शाहाबाद, रुपापुर चौकी इंचार्ज धर्मेंद्र सिंह घायल हो गए। इसके बाद एसडीएम सवायजपुर व सीओ शाहाबाद के निर्देशानुसार हल्का बल का प्रयोग कर उपद्रवी राजवर्धन सिंह उर्फ राजू पुत्र राजेंद्र सिंह निवासी धर्मशाला रोड कोतवाली शहर हरदोई, आशीष तिवारी पुत्र पुत्तन लाल तिवारी निवासी थाना सुरसा, विनय सिंह पुत्र रमेश सिंह निवासी ग्राम उतरा थाना हरियांवा, आमिर पुत्र हाशिम निवासी हरदोई को मौके से गिरफ्तार किया गया। जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि गिरफ्तार व्यक्तियों के अलावा राकेश पुत्र अर्जुन सिंह, रामकुमार पुत्र धन्नु सिंह, राजू उर्फ राघवेंद्र पुत्र धर्मेंद्र सिंह, दिनेश सिंह पुत्र श्रीपाल, राम बहादुर उर्फ कव्वाल पुत्र लल्ला सिंह, आलोक पुत्र कृष्ण पाल, सचिन पुत्र आलोक, श्याम मोहन पुत्र मुन्नू सिंह, रमेश पुत्र कुंज बिहारी, ओमवीर पुत्र जगदीश, विनय पुत्र देवेश, सोनू पुत्र राजीव, विजय पुत्र वेदपाल, श्याम सिंह पुत्र विनोद, नीलू पुत्र प्रेम, अभय प्रताप सिंह पुत्र राजेंद्र सिंह, संदीप पुत्र साधू भैया, अतुल पुत्र मुन्ना सिंह, आकाश पुत्र प्रमोद सिंह सर्व निवासीगण ग्राम बेसिलिया थाना पाली, सर्वेश सिंह पुत्र अज्ञात निवासी ग्राम विरुआपुर, पवन कुमार उर्फ पुजारी पुत्र अमर सिंह निवासी रमापुर, अमित पुत्र नरेंद्र उर्फ कल्लू, कन्हैया पुत्र अज्ञात, नाने पुत्र लक्ष्मीकांत निवासीगण अज्ञात, सुशील सिंह पुत्र जगपाल सिंह निवासी ग्राम अली हाजीपुर, उत्तम सिंह पुत्र दिनेश पाल सिंह निवासी इस्माइलपुर सहित 30 नामजद व 100 से 150 अज्ञात व्यक्ति घटना में शामिल रहे। गिरफ्तारी के दौरान भीड़ का फायदा उठाकर या लोग मौके से भागने में सफल रहे। राजवर्धन सिंह राजू के प्राइवेट गनर आशीष तिवारी द्वारा अपने कमर में लगी हुई पिस्टल नुमा शस्त्र निकालकर प्रभारी निरीक्षक समेत पुलिसकर्मियों पर तान दी गई, इसके बाद आवश्यक बल प्रयोग कर पिस्टल नुमा शस्त्र को पुलिस ने कब्जे में लिया तो ज्ञात हुआ कि वह नकली है और लाइटर है। पुलिस ने मौके से तीन मोटरसाइकिल व 7 मोबाइल फोन एवं एक बाकी टाकी वायरलेस सेट गिरा हुआ पाया। पुलिस ने मोटरसाइकिलों को सीज कर दिया है। सभी आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने धारा 147, 149, 332, 353, 323, 504, 506 आईपीसी एवं 7 क्रिमिनल लॉ अमेंडमेंट एक्ट के तहत अभियोग पंजीकृत किया है।