कड़ी सुरक्षा के बीच युवराज के शव का किया गया अंतिम संस्कार, इकलौते बेटे की मौत से परिवार सहित गांव में पसरा मातम, हर कोई घटना की कर रहा निंदा

हरदोई। पाली कस्बे में बृहस्पतिवार शाम को क्षेत्र के इस्माइलपुर गांव निवासी संजय सिंह के इकलौते बेटे को गोली मार दी गई थी, जिसने अस्पताल में दम तोड दिया था। घटना के बाद कस्बा सहित क्षेत्र में तनाव की स्थिति पैदा हो गई। हालांकि पुलिस ने मामले में तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी, फिर भी लोगों में आक्रोश बना रहा। किशोर के शव का पुलिस ने पोस्टमार्टम करा कर शव परिजनों को सौंप दिया। प्रशासन के काफी समझाने के बाद परिजन अंतिम संस्कार को राजी हुए। गमगीन माहौल में इस्माइलपुर गांव से किशोर की शव यात्रा निकाली गई और पड़ोसी जनपद फर्रुखाबाद के पांचाल घाट पर कड़ी सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार किया गया।

बताते चले कि बीती 30 मई की शाम को पाली कस्बे के मोहल्ला बिरहाना में निर्माणाधीन पुलिस चौकी के पास युवराज सिंह उर्फ यूवी ठाकुर पुत्र संजय सिंह निवासी ग्राम इस्माइलपुर की अदनान व उसके साथियों ने गोली मार दी थी, जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई। घटना के बाद कस्बा सहित क्षेत्र में आक्रोश पनप गया और लोग सड़कों पर उतर आए। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंपा तो परिजन आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलाने और एनकाउंटर करने की मांग पर अड़ गए और यह कार्रवाई न होने तक अंतिम संस्कार से इंकार कर दिया। हरदोई शहर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक संजय पांडेय व अन्य पुलिस फोर्स को गांव में तैनात किया गया। उच्चाधिकारियों के काफी समझाने पर परिजन अंतिम संस्कार को राजी हुए, इसके बाद कड़ी सुरक्षा के बीच शव यात्रा निकाली गई तथा पड़ोसी जनपद फर्रुखाबाद के पांचाल घाट पर युवराज के शव का अंतिम संस्कार किया गया। इकलौते बेटे की मौत से संजय सिंह व उनके परिजन काफी दुखी हैं। मृतक युवराज सिंह के बाबा चहेरजा सिंह के अलावा चाचा और ताऊ भारतीय सेवा से रिटायर्ड हैं और क्षेत्र में उनके परिवार की अच्छी पकड़ है। इस्माइलपुर गांव में चारों तरफ मातम पसरा हुआ है। हर कोई इस हत्याकांड की भर्त्सना कर रहा है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहा है।