कार्यालय की बजाय निजी आवास पर बैठक कर निकल लिए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष, लोकसभा क्षेत्र का नाम पता ही नहीं

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

चकिया- लोकसभा के सातवें चरण के चुनाव को लेकर आगामी 1 जून को होने वाले मतदान को लेकर भाजपा ने पूरी ताकत लगा दी है। बड़े से लेकर छोटे नेता तक घर-घर घूमने के साथ ही साथ लगातार पदाधिकारी के साथ बैठक कर रणनीति तैयार करने में लगे हुए हैं। वही राबर्ट्सगंज संसदीय सीट अपना दल एस के खाते में है। जहां अपना दल एस ने विधायक रिंकी कोल को प्रत्याशी बनाया है। जिनके जीत के लिए लगातार जनसभाएं और नेताओं की बैठक कर रणनीति तैयार की जा रही है।

सोमवार की देर रात चंदौली जनपद के दौरे पर रहे भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने पहले तो चंदौली के मुख्यालय स्थित पार्टी कार्यालय में बैठक किया। इसके बाद चकिया की ओर रुख कर कार्यालय की बजाय भाजपा जिला अध्यक्ष के आवास पर बैठक कर पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं से वार्तालाप कर किस तरीके से चुनाव को जीता जा सके इसको लेकर मंत्र दिया। और इसके बाद निकलते बने। लेकिन उन्होंने जिस जगह पर बैठा किया उसे लोकसभा क्षेत्र का नाम ही उनको नहीं पता। इस बात की जानकारी उसे समय हुई जब उन्होंने अपने ट्विटर (एक्स) और फेसबुक पर खुद राबर्ट्सगंज लोकसभा की जगह चंदौली लोकसभा लिखकर पोस्ट किया।

हालांकि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की ही इसमें गलती नहीं है। इसके पहले भी चकिया विधानसभा क्षेत्र के पर्वतपुर गांव में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने भी अपने सोशल मीडिया एक्स पर चंदौली लोकसभा लिखकर पोस्ट किया था। लेकिन खबर प्रकाशित होने और अपनी किरकिरी होने के बाद उन्होंने तत्काल पोस्ट डिलीट कर दिए थे। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि क्या लोकसभा क्षेत्र का दौरा कर रहे बड़े राजनीतिक नेताओं को लोकसभा का नाम नहीं पता है। या फिर इसके पीछे का क्या कारण है।