चकिया- ऑटो चालक की हत्या मामले का हुआ खुलासा, किराया न देने पर दो नाबालिक सहित चार लोगों ने मिलकर उतारा था मौत के घाट

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

चकिया- कोतवाली क्षेत्र के भटवारा कला गांव के समीप दुलहिया दाई मंदिर के सामने सिवान में रविवार की सुबह एक व्यक्ति का शव पड़ा मिला था। इसके बाद युवक की पहचान रामनगर निवासी ऑटो चालक आदर्श मिश्रा 21 वर्ष के रूप में की गई थी। इसके बाद मृतक के परिजनों ने स्थानीय कोतवाली में हत्या का आरोप लगाते हुए मामले का खुलासा किए जाने की मांग की थी। घटना के बाद मौके पर पहुंचकर एडिशनल एसपी विनय कुमार सिंह ने जांच पड़ताल किया था। एसपी ने मामले के पर्दाफाश के लिए पुलिस की तीन टीमें गठित कर दी थी। इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल के दौरान ऑटो चालक की हत्या में शामिल मंगलवार को चकिया कोतवाली क्षेत्र के बैरी गांव के समीप से दो नाबालिगों सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इसके साथी पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त एक सब्बल और एक लोहे की रात भी बरामद किया। पुलिस लाइन में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एडिशनल एसपी विनय कुमार सिंह ने ऑटो चालक की हत्या मामले का पर्दाफाश करते हुए खुलासा किया। गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जेल भेज दिया।

*जानिए क्या है पूरा मामला*

पुलिस के अनुसार चकिया कोतवाली क्षेत्र के टकटक पुर गांव निवासी विजेंद्र कुमार और पंकज कुमार सहित दो नाबालिगों ने वाराणसी कैंट स्टेशन से मिर्जापुर के अदलहाट तक आने के लिए रिजर्व ऑटो किया था। और आरोपियों के पास पैसे कम थे। इसके बाद रामनगर के पास आते ही मृतक ऑटो चालक आदर्श का भाई अभिषेक मिश्रा से उसकी मुलाकात हुई। जिस पर उसने रात में उतनी दूर जाने पर मना किया था लेकिन उसके बावजूद आदर्श ऑटो से सवारियों को लेकर जाने के लिए तैयार हो गया।और केवल शेरवा तक ही जाने की बात कही। इसके बाद ऑटो में बैठे आरोपियों ने उसे सौ रूपये और ज्यादा देने का लालच देकर भटवारा कला के पास जाने की बात कही। और उसे अपने साथियों के साथ मिलकर जान से करने का मन में प्लान बना लिया। इसके साथ ही गांव के कुछ साथियों को ऑटो चालक के ही नंबर से फोन कर सब्बल और राड मंगा कर दुलहिया दाई मंदिर के पहुंचने पर सभी ने मिलकर ऑटो चालक को मार कर हत्या करने के बाद उसके शव को सिवान में फेंकने के साथ ही हत्या में प्रयुक्त हथियार को टकटक पुर गांव के खलिहान में बने भूसे की झोपड़ी में छिपा दिए। और ऑटो को लेकर नहर के किनारे छोड़ने के साथ ही मृतक ऑटो चालक आदर्श के मोबाइल का सिम निकाल कर तोड़कर दूर खेत में फेंक दिया।

*एएसपी ने किया खुलासा*
मात्र छः सौ रुपए किराया को लेकर ऑटो चालक आदर्श मिश्रा की हत्या मामले को लेकर एसपी डॉ अनिल कुमार द्वारा गठित की गई तीन टीमों ने तीन दिन के भीतर ही जांच पाताल के दौरान दो नाबालिगों सहित चार अपराधियों को गिरफ्तार कर दिया। जिसका खुलासा एडिशनल एसपी विनय कुमार सिंह ने पुलिस लाइन में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान करते हुए घटना का पर्दाफाश करते हुए कहा कि ऑटो चालक की हत्या मामले में हथियारों को पुलिस टीमों द्वारा अथक प्रयास से गिरफ्तार करते हुए सफल अनावरण किया गया है।

गिरफ्तारी करने वाली टीम में कोतवाल अतुल कुमार प्रजापति, उपनिरीक्षक गिरीश चंद्र राय, उपनिरीक्षक अवधेश यादव,हेड कांस्टेबल जलभरत यादव,हेड कांस्टेबल दीपचंद्र गिरी,हेड कांस्टेबल अरूण गिरी, कांस्टेबल प्रभात यादव, महिला कांस्टेबल सोनम इत्यादि पुलिसकर्मी रहे।