हरदोई में शांतिपूर्वक अदा की गई अलविदा जुमा की नमाज़, मुल्क में अमन,चैन भाईचारे के लिए की गई दुआ, बावन में मौलाना हमजा ने पढ़ाई नमाज़, पुलिस फोर्स रही तैनात

हरदोई। जिले में अलविदा जुमा की नमाज शांतिपूर्वक अदा की गई। जिसमें शामिल हजारों लोगों ने मुल्क की खुशहाली के लिए दुआ की। उन्होंने कहा कि मुल्क में हमेशा की तरह अमन,चैन भाईचारा कायम रहे। उलेमा ने ईद की नमाज़ से पहले फितरा अदा करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि फितरा गरीब का हक है। बावन में मौलाना हमजा ने अलविदा जुमा की नमाज़ अदा कराई।

हरदोई में कड़ी सुरक्षा के बीच अलविदा जुमा की नमाज अदा की गई। जिसमें शामिल हजारों लोगों ने मुल्क में अमन चैन भाईचारे के लिए दुआ की। उलेमा ने रमजान की फजीलत के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि रमजान हम सब के बीच मेहमान है और यह बरकत का महीना है। इस दौरान सुरक्षा के लिहाज़ से एसपी केशव चंद गोस्वामी समेत सैकड़ों की संख्या में पुलिसकर्मी मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि अलविदा जुमा की नमाज़ को लेकर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम किया गया है। ऊपरी छाते पर कोई अनावश्यक वस्तु न रखी हो इसलिए ड्रोन से निगरानी की जा रही है। सीएपीएफ की दो कम्पनी हरदोई में आ चुकी है। एक कंपनी शाहाबाद में जबकि दूसरी सुरसा में रूकी है।

मौलाना हमजा ने बावन में अलविदा जुमा की नमाज अदा कराई। उन्होंने कहा कि ईद की नमाज से पहले फितरा अदा किया जाए फितरा गरीबों का हक है, इस्लाम में हर एक काम को करने के लिए तरीका बताया गया है। जब हम फितरा अदा करेंगे तो करीब भी ब खुशी ईद मना सकेंगे। जिससे उनके घरों में भी अच्छे पकवान बन सकेंगे और उनके बच्चे भी उम्दा लिबास पहन सकेंगे। उन्होंने कहा कि जैसे एक इमारत में चार पिलर होते हैं वैसे ही इस्लाम में भी चार पिलर है। जैसे ही एक पिलर गिरता है, वैसे ही इमारत गिर जाती है ऐसे ही इस्लाम का मामला है। हम सभी को नबी के बताए रास्ते पर चलना चाहिए और जिस रास्ते से नबी पाक सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने मना फ़रमाया है उससे हमें बचना चाहिए। इस दौरान मौलाना हमजा ने मुल्क की तरक्की के लिए दुआ कराई और सभी से साथ मिलकर ईद मनाने के लिए कहा है। जामा मस्जिद के सदर सैयद उबैदुल्लाह ने सभी से हमेशा की तरह मिल जुलकर ईद मनाने की गुजारिश की। उन्होंने कहा कि इंशाअल्लाह ईद की नमाज़ ईदगाह में 7:30 बजे अदा की जायेगी। इस दौरान मुख्य रूप से सैयद कारी असजद, मौलाना जावेद समेत सैकड़ो नमाजी मौजूद रहे।