नई सुबह : शुद्ध पेयजल का रास्ता साफ , ग्राम पथरामनी में पहुंचा नल से जल। टेस्टिंग रही सफल, ग्राम में पेयजल की कमिश्निंग प्रारंभ।

जल संकट के लिए पथरामानी गांव की चर्चा हमेशा होती रही। गांव के लोग काफी दूर से मेहनत से लाए गए जल पर ही कई दिन पीने हेतु निर्भर थे, परंतु 12 मार्च का दिन एक ऐसा सवेरा लेकर आई जिसने इस पूरे संकट को समूल नष्ट करने पर अपनी मुहर लगा दी है। यमुना नदी पर बने इंटेक वेल के माध्यम से चिल्लीमल वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट से होता हुआ यमुना जल जैसे ही आउधा पंप हाउस से गांव में पहुंचा वैसे ही बुजुर्गों, महिलाओं एवं बच्चों के चेहरे पर खुशी साफ देखी गई। ग्राम वासियों को तो अभी तक भरोसा नहीं है कि यह समस्या अब इतिहास के पन्नों में ही दर्ज हो गई है। इस पेयजल योजना की टेस्टिंग का कार्य सभी इंजीनियरों ने प्रोजेक्ट मैनेजर जितेंद्र कुमार तिवारी को दिखाया। सभी ग्राम वासियों ने खुद अपने नल को अपने हाथों से खोलकर इस बदलाव के साक्षी बन रहे हैं। कई बुजुर्गों ने बताया कि यहां पानी की समस्या ही सबसे बड़ी समस्या थी जिसके लिए सैकड़ो कदम चलकर पानी लाना पड़ता था और उस पर कई दिन तक जीवन व्यतीत करना होता था। कई बार राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने भी इस गांव की समस्या उजागर किया था जो कि आज कठिन परिश्रम और अदम्य इच्छा शक्ति के कारण एक नजीर बनकर पेश हुआ है।
जल जीवन मिशन के सिलौटा एवं चांदी बांगड़ परियोजना के प्रोजेक्ट हेड जितेंद्र कुमार तिवारी ने बताया कि पूरे सिलौटा एवं चांदी बांगड़ परियोजना में काम करते हुए पथरामनी तक पानी पहुंचाना एक अलग से प्राथमिकता और चुनौती के रूप में स्वीकार किया था। ग्राम वासियों की सालों की समस्या और संदेह ही सबसे बड़ी चुनौती रही जिसने हमेशा इच्छा शक्ति को बनाए रखा। उल्लेखनीय है कि जनपद में चल रही जल जीवन मिशन कि सीलौटा एवं चांदी बांगड़ पेयजल परियोजना ने उच्चतम मानक स्थापित किए हैं। अब पथरामनी गांव में जल पहुंचना अपने आप में एक मिसाल कायम करता है। प्रोजेक्ट मैनेजर जितेंद्र कुमार तिवारी ने बताया कि इस विराट चुनौती को सफलता में बदलना ही पिछले कई महीनो से एकमेव उद्देश्य था, और आज इस गांव में नल से चलता हुआ जल देखकर के अपार प्रसन्नता हुई है कि हमने इतिहास लिख दिया हैं। गांव में कमिश्निंग प्रारंभ होने की सूचना प्रोजेक्ट मैनेजर ने डीएम श्री अभिषेक आनंद, सीडीओ अमृत पाल कौर एवं एडीएम नमामि गंगे श्रीमती वंदिता श्रीवास्तव , एसडीएम राजापुर प्रमोद झा को भी दी, जिन्होंने इस पर पूरी टीम को बधाई दी और हर्ष व्यक्त किया। गांव वालों ने योजना के लिए सरकार का और मनोयोग से काम करने वाली टीम का बहुत आभार व्यक्त किया। इस तरीके के पेयजल संकट से जूझ रहे गांव में नल से जल पहुंचना पूरे जनपद के लिए एक बहुत बड़ी घटना और ऐतिहासिक सफलता है।