हरदोई में जिला प्रशासन का हिटलरशाही रवैया, समाधान दिवस में आवारा गौवंशों से परेशान किसानों ने किया प्रदर्शन, तो अधिकारियों ने 110 किसानों पर दर्ज करा दिया मुकदमा

हरदोई। सवायजपुर में जिला प्रशासन का हिटलरशाही रवैया देखने को मिला है। यहां समाधान दिवस के दौरान जब किसानों ने विरोध प्रदर्शन करना शुरू किया तो तहसील के अंदर बैठे डीएम और एसपी ने 110 किसानों पर मुकदमा दर्ज करा दिया। इनमे दो किसानों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया है। किसान जिला प्रशासन पर हिटलरशाही और संविधान को तार तार कर देने का आरोप लगा रहे है।

आज सवायजपुर तहसील मे सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया था। सम्पूर्ण समाधान दिवस मे डीएम मंगला प्रसाद सिंह और पुलिस अधीक्षक केशवचंद्र गोस्वामी समेत जनपद के तमाम अधिकारी मौजूद थे। इसी दौरान पहाड़पुर चौड़ाराय व रामनगर सल्होनी गाँव के सैकड़ों किसानों ने तहसील मे प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानो ने आवारा पशुओं से परेशान होने की बात कही। उन्होंने कहा कि वो पहले भी प्रशासन से अर्जी लगा चुके हैं पर किसी ने संज्ञान नही लिया।

नारे बाजी के चलते हुए शोर को सुनकर जिलाधिकारी एमपी सिंह सभागार छोड़ बाहर आये और पुलिस से ग्रामीणों क़ो शांत कराने के लिये कहा। डीएम एमपी सिंह ने ग्रामीणों के इस तरह से ज्ञापन देने के तरीके को भी गलत बताया। विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों और उनमें शामिल कुछ वकीलों ने अपना तीखा प्रदर्शन और नारे बाजी जारी रखी।

इस बीच जिलाधिकारी एमपी सिंह ने सुरक्षा व्यवस्था क़ो देखते हुये कई थानों की पुलिस फ़ोर्स व पीएसी बल बुला ली। पुलिस ने 2 लोगों क़ो मौके पर ही हिरासत में ले लिया। देखते ही देखते सवायजपुर तहसील छावनी में तब्दील हो गयी।

देर शाम सवायजपुर कोतवाली प्रभारी शेषनाथ सिंह ने 10 नामजद समेत 100 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज कराया है। FIR में लिखा गया है कि कुछ लोग तहसील दिवस मे नारेबाजी करते हुये जबरदस्ती घुस रहे थे, ज़ब पुलिस ने रोका तो उन लोगों ने धक्का मुक्की की और गाली गलौज करते हुये अंदर घुसने लगे। इसमें संजीव मिश्रा, संजय पाण्डेय, आरिफ, उदयराज सिंह, शोभित दीक्षित, रहस बिहारी, दयराज सिंह, विपिन शुक्ला, जितेंद्र शुक्ला, विनोद शुक्ला समेत 100 अन्य पर मुकदमा दर्ज किया गया है।