जनपद में आंखें लाल कर रहा यह वायरस, चिंता की नहीं बात__डॉ.आशुतोष शुक्ला

जनपद में आंखें लाल कर रहा यह वायरस, चिंता की नहीं बात__डॉ.आशुतोष शुक्ला

अंबेडकरनगर
पूरे देश में मॉनसून अपने चरम है। मॉनसून के मौसम में बीमारियों ने भी दस्तक देना शुरू कर दिया है। डेंगू के अलावा इस बार आई फ्लू भी कहर बरसा रहा है। 19 साल बाद देश में फिर से आई फ्लू तेजी से फैल रहा है। संक्रमण की वजह एडिनो वायरस पाया गया है। सत्य साईं क्लीनिक के प्रमुख डॉक्टर आशुतोष शुक्ला ने कहा कि अभी जनपद में आई फ्लू का पीक चल रहा है और अगले कुछ दिनों तक यह जारी रहेगा। उसके बाद ही यह डाउन होगा। कुछ लोगों में वायरस और बैक्टीरिया का डबल संक्रमण भी मिला है। ऐसे लोगों में एंटीबायटिक और डॉक्टर की सलाह पर स्टेरॉयड की जरूरत पड़ती है। डॉ आशुतोष शुक्ला का कहना है कि आंखों पर अटैक करने वाला यह वायरस आम तौर पर सूजन पैदा करता है, जिसे आमतौर पर कंजंक्टिवाइटिस के रूप में जाना जाता है। यह उतना हानिकारक नहीं है। यह वायरस आंखों को नुकसान नहीं पहुंचाता है और केवल कंजंक्टिवा की सतही परत को प्रभावित करता है, जो आंखों की रक्षा करने वाली झिल्ली है। एक्सपर्ट्स डॉ आशुतोष शुक्ला का कहना है कि 'अगर किसी मरीज की आंखों में ज्यादा तकलीफ नहीं हो रही है तो उसे ज्यादा इलाज की भी जरूरत नहीं है। दो सप्ताह में वायरस का असर खत्म हो जाएगा।'उन्होंने कहा कि स्टेरॉयड का इस्तेमाल बहुत संभल कर करना चाहिए। बिना डॉक्टर की सलाह के इसे नहीं लेना चाहिए। स्टेरॉयड लेने से 10 पर्सेंट लोगों में आंखों का प्रेशर बढ़ जाता है। इसलिए अपने मन से स्टेरॉयड बिल्कुल न लें। हालांकि डॉक्टर का यह भी कहना है कि लगभग 20 पर्सेंट लोगों में डबल संक्रमण देखा गया है, जिसमें वायरस के साथ बैक्टीरियल इन्फेक्शन है। वायरस एडिनो है तो बैक्टीरिया स्टेफिलोकोकस है। इसमें मरीज के आंख से पीले रंग का पानी निकलता है, ऐसे में इलाज की जरूरत होती है। बाकी सब अपने आप ठीक हो जाते हैं।आई फ्लू के संक्रमण में एडिनो वायरस के कारण आंखें लाल हो जाती हैं। साथ ही आंखों में सूजन, आंखों से पानी या चिपचिपा पदार्थ निकलता है। आंखों में जलन और खुजली महसूस होना, रोशनी के प्रति संवेदनशीलता और नींद लेकर उठने पर पलकों पर पपड़ी जमने सहित कई परेशानियां देखने को मिलती है। संक्रमित बच्चों को डॉक्टर स्कूल और भीड़-भाड़ वाली जगह पर नहीं जाने की सलाह दे रहे हैं।जनपद में अचानक कंजंक्टिवाइटिस का प्रकोप देखा जा रहा है। बड़ी संख्या में गुलाबी आंखों के मामले सामने आ रहे हैं।' सलाह में सभी से नियमित रूप से अपने हाथ धोने और नंगे या बिना धोए हाथों से अपनी आंखों को छूने से बचायें।