चकिया-क्षेत्र के किसान की बेटी ने असिस्टेंट प्रोफेसर बनकर बढ़ाया परिजनों व जिले का नाम, पिता के सपने को किया साकार 

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

चकिया-क्षेत्र के अमांव गांव के निवासी किसान राम दुलारे साहू की पुत्री नेहा गुप्ता ने असिस्टेंट प्रोफेसर की परीक्षा पास की। और उन्होंने अपने माता-पिता व गुरूजनों के साथ-साथ अपने क्षेत्र का भी नाम रोशन किया है।जिसके बाद नेहा को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। वहीं लोगों ने कहा कि ऐसी बेटियों पर गर्व है जो कि पिता के किसानी करने के बावजूद कड़ी मेहनत कर असिस्टेंट प्रोफेसर परीक्षा पास कर आगे बढ़ने का फैसला किया।

आपको बताते चलें कि चकिया तहसील क्षेत्र के अमांव गांव निवासी राम दुलारे साहू किसानी का कार्य करते हैं। और उनको एक बेटा और एक बेटी है। जिसमें उनकी बेटी नेहा गुप्ता ने हाई स्कूल की परीक्षा शहाबगंज क्षेत्र के सेनानी बालिका स्कूल से पास की। तथा इंटरमीडिएट की परीक्षा गांधी स्मारक इंटर कॉलेज शहाबगंज से आशिकी। वहीं इसके साथ ही डीजे सावित्रीबाई फुले राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय चकिया तथा एमए बीएचयू संस्कृत साहित्य से पास की। नेहा बचपन से ही पढ़ाई करने में काफी होनहार छात्र आ रही है। और नेहा के लगन और मेहनत को देखते हुए उनके पिता ने किसानी करके बेटी को पढ़ाया। जिसके बाद बेटी ने अपने पिता के सपने को साकार करने के लिए फ्यूचर में असिस्टेंट प्रोफेसर का सपना लेकर पढ़ाई शुरू की और अंत में परीक्षा पास कर असिस्टेंट प्रोफेसर बनने में कामयाब रही।

सिटी अपडेट न्यूज़ नेटवर्क से बातचीत के दौरान नेहा गुप्ता ने बताया कि वह अपने पढ़ाई का शरीर अपने माता-पिता और सावित्रीबाई फुले राजकीय स्नातकोत्तर की प्रोफ़ेसर अमिता सिंह मैम को देना चाहती हूं। जिन्होंने हमेशा आगे बढ़ने का हौसला देने के साथ ही मुझे पढ़ाई करने में सहयोग किया। और कभी भी मेरा हौसला कम नहीं होने दिया। उन्होंने बताया कि मुझे अपने पिता का सपना साकार करते हुए काफी खुशी महसूस हो रही है।