मामला RTI का ... सुधार की जिनसे उम्मीद है, वो भी सिर्फ लाभ पाने के लिए नियुक्त है ?

आप भी कोशिश करे MP राज्य सूचना आयोग के नंबरों पर RTI आवेदनों के सम्बंधों में बात करने की ...

न Email, न फ़ोन नंबर, कर लो ऑन लाईन व्यवस्था का उपयोग
(आयोग के द्वारा भेजे, पत्र के मुख्य पृष्ठ पर, फ़ोन नम्बर अंकित है, कोई उठाए तो अपने अनुभव बताना !)

वो कोई भी पद हो, उस पर पदस्थ होने वाला अधिकारी वही होता है, जो उसका सुख भोगना चाहता है, वर्ना दूसरे विभागों की व्यवस्था सुधारने का आदेश देने वाला अपने कार्यालय की व्यवस्था भी सुधार लेता...! राज्य सूचना आयोग के पत्र में दिए फ़ोन नंबरों पर सिर्फ घंटी बजती है, कोई उठाने वाला नही है, ये मजबूरी मुख्य सूचना आयुक्त ए.के.शुक्ला के पीए भी ज़ाहिर कर चुके है.. अब अगर आपको अपनी बात रखना है तो, मध्यप्रदेश के किसी भी गाँव, शहर से समय पर भोपाल ही पहुँचना होगा, वर्ना सरकारी विभाग का जवाब सही माना जाएगा... यही व्यवस्था है...क्योंकि आपको बिना भोपाल पहुँचे अपनी बात रखने के सारे रास्ते और सुविधाएँ सर्फ़ ग़लत साबित करने के लिए है.. उसका उपयोग नही है... क्योंकि मध्यप्रदेश राज्य सूचना आयोग के पत्र पर दिए फ़ोन नंबर-0755-2556871 , 2556879 को उठाने वाला कोई ज़िम्मेदार कर्मचारी ही पदस्थ नही है....., मैंने कार्यालयिन् समय (लंच टाईम को छोड़ कर) आज चार-चार बार दोनो नंबरों पर फ़ोन लगाए पर, फ़ोन किसी ने नही उठाया, मुख्य सूचना आयुक्त ए.के. शुक्ला के पीए के मोबाईल पर फ़ोन लगाया तो उन्होंने भी उक्त व्यवस्था के आगे घुटने टेक दिए..और भोपाल आ कर ही अपनी बात रखने का सुझाव दिया...इन सब बातों से लगता है, जिनसे सुधार की उम्मीद है, वो भी सिर्फ लाभ पाने के लिए नियुक्त है, वर्ना पहले अपने यहाँ की व्यवस्था सुधारते....