काल सेंटर खोला, फर्जी लोन ऐप का डाटा जुगाड़कर रिकवरी के नाम पर करते थे अड़ीबाजी, चार गिरफ्तार

भोपालचाइनीज लोन ऐप से लोन बांटकर कॉल डिटेल्स और फोनबुक से नंबर चोरी करने वाली अंतरराज्यीय गैंग के चार आरोपियों को भोपाल पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने दिल्ली के पास गुरुग्राम में तीन फर्जी कॉल सेंटर बना रखे थे। ये चारों आरोपी देश के बड़े शहरों में रह रहे लोगों को इंस्टेंट लोन बांटकर उनकी निजी जानकारियां चोरी करते थे। इसके बाद अनाप-शनाप राशि वापस मांगकर ब्लैकमेलिंग करते थे। आरोपी लोन लेने वालों के रिश्तेदारों को फोन कर गाली-गलौच करते थे। लोन लेने वाले का फोटोशॉप पर अश्लील वीडियो व फोटो बनाकर भेजते थे। भोपाल के युवक की शिकायत पर साइबर डीसीपी अमित कुमार सिंह, एसीपी अक्षय चौधरी की टीम ने गुरुग्राम के बेसमेंट में छिपकर चल रहे फर्जी कॉल सेंटर पर छापा मारा था। ये आरोपी अभी तक देश के सैंकड़ों युवक युवतियों के साथ करोड़ों रुपए की ब्लैकमेलिंग कर चुके हैं। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से चार डायलर सिम बॉक्स, 70 सिम, आठ मोबाइल फोन, एक आइपैड, तीन लैपटॉप, एक कम्प्यूटर और 15 हार्डडिस्क बरामद की है। पुलिस ने कॉल सेंटर संचालक कपिल कुमार बीसीए निवासी करनाल, शिवकुमार सिंह 11वीं पास निवासी मुरैना, मुकेश पोरवाल 12वीं पास करनाल, कुलदीप 12वीं पास गजियाबाद को गिरफ्तार किया है।

ऐसे मिली थी ठगी की सूचना
10 जून 2021 को भानपुर निवासी कुणाल वेद (34) ने शिकायत दर्ज कराई थी। उसने लोन ऐप के माध्यम से ऋण लिया था। तय शर्तों के अनुसार उसने पूरा कर्ज चुका दिया था। उसके बाद भी उसे अज्ञात लोग अलग-अलग नंबरों से फोन कर धमका रहे थे। उसके रिश्तेदारों को भी फोन कर धमकाया जा रहा था। साथ ही एडिट की हुई उसकी फोटो इंटरनेट मीडिया पर वायरल करने की धमकी दी जा रही थी।
ऐसे करते थे ठगी
गिरोह के सरगना कपिल के पास चाइनीज मैसेंजर के माध्यम से फर्जी लोन ऐप के लोन का डाटा आता था। जिसमें उसको रॉकेट लोन, शार्प लोन, लोन क्यूब, सिंपल लोन, माय लोन, कैश लोन, हैप्पी वॉलेट जैसी विभिन्न लोन कंपनियों की लोन रिकवरी की लिंक व यूजर मेल आइडी मिलती थी। गिरोह के पास कर्जदारों का नाम-पता, मोबाइल नंबर के अलावा उसके परिचितों के भी फोन नंबर रहते थे। जिन पर ये लोग कपिल के काल सेंटर से फोन लगाकर लोन लेने वाले लोगों से बात किया करते थे।