चकिया- क्षेत्र का ऐसा विद्यालय जहां अध्यापक तक खुद नहीं जानते राज्यपाल का नाम तो बच्चों को क्या पढ़ाएंगे  बच्चे तो राज्यपाल का नाम ........ ही जानेंगे

चकिया- क्षेत्र का ऐसा विद्यालय जहां अध्यापक तक खुद नहीं जानते राज्यपाल का नाम तो बच्चों को क्या पढ़ाएंगे बच्चे तो राज्यपाल का नाम ........ ही जानेंगे

संवाददाता कार्तिकेय पांडेय

कान्वेन्ट की तर्ज पर शिक्षा देने का सरकार का फरमान हो रहा हवा हवाई आज भी प्राथमिक बिघालय मे बच्चे पढ़ते है राज्यपाल है रामनाइक


चंदौली/चकिया- केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार द्वारा भले ही नौनिहाल बच्चों को सरकारी बिघालयो मे कान्वेंट की तर्ज पर शिक्षा देने के लिए करोड़ों रुपये खर्च करते हुए निंशुल्क ड्रेस वितरण किताबें निंशुल्क शिक्षा देने मिड डे मिल जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं को चला रही है लेकिन सरकार के लाख फरमान तथा प्रयासो के बाद भी अध्यापकों की लेटलतीफी तथा लापरवाही से सरकार के फरमान को बट्टा लगता नजर आ रहा है तथा सरकार के कान्वेन्ट का तर्ज पर शिक्षा देने का फरमान टुटता नजर आ रहा है तथा प्राथमिक बिघालयो मे आज भी शिक्षकों की लापरवाही कायम है ।
मामला है चकिया तहसील के पुर्व माध्यमिक बिघालय रघुनापुर गांव का जहां ग्रामीणों ने बताया कि जहां बिघालय मे अध्यापकों की लेट लतीफी कायम है तथा बच्चे अधिकांश पढ़ाई के दौरान खेलते रहते है तथा बिघालय मे अध्यापकों द्वारा घोर लापरवाही देखी जा रही है जहां राज्यपाल का नाम आज भी रामनाईक बच्चों को सिखाया जा रहा है जिससे बिघालय के बच्चे आज भी सामान्य ज्ञान के बारे मे गलत ही जानकारी पा रहे है ।
*वही इस बाबत लापरवाही की जानकारी होते ही चकिया एबीएस ए चकिया चन्द्रशेखर आजाद ने बताया की बिघालय की लापरवाही बहुत ही घोर लापरवाही है बिघालय के अध्यापकों की इस लापरवाही के बाबत बिघालय के अध्यापक से स्पष्टीकरण मांगते हुए इस मामले को बीएसए चन्दौली को अवगत कराया जाएगा तथा बच्चों की शिक्षा के साथ किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी