जीएसटी टीम ने कपड़ा व्यापारियों के यहां की छापेमारी, व्यापारियों में मचा हड़कंप।

रिपोर्ट - जमाल खांन पत्रकार।

मौदहा हमीरपुर। नगर में जीएसटी व सेल टैक्स की संयुक्त टीम के पहुंचने पर व्यापारियों में हड़कंप मच गया। वहीं दोनों संयुक्त टीमों ने यहाँ एक दर्जन से अधिक बड़े कपड़ा व्यापारियों के यहाँ छापेमारी कर दस्तावेज खंगाले हैं हालांकि टीम को छापेमारी के दौरान क्या कमियां अथवा खूबियाँ व्यापरियों के यहां मिली हैं इस बात की जानकारी नहीं मिल सकी है। वहीं आज काफी दिनों बाद अचानक कस्बे में जीएसटी और सेल टैक्स की टीम को छापेमारी करते देख व्यापारियों में हड़कंप मच गया है।
बताते चलें कि आज दोपहर बाद अचानक जीएसटी तथा सेल टैक्स टीम की कई गाड़ियां मौदहा कस्बा में प्रवेश कर योजनाबद्ध तरीके से कस्बे के बड़े कपड़ा व्यापारियों की दुकानों पर पहुंची हैं। जहाँ टीम के सदस्यों ने जीएसटी तथा बिक्री सम्बंधित दस्तावेज अपने कब्जे में लेकर इनको खंगालने का काम शुरू किया है। यह छापेमारी कई घंटे तक जारी रही है। इस दौरान दुकान मालिकों से भी टीम के सदस्यों ने तमाम तरह की जानकारियां हासिल की हैं लेकिन इस पूरे मामले की जानकारी मीडिया को देने से जीएसटी टीम बचती रही है जिससे कि छापेमारी के दौरान क्या कमियाँ अथवा खूबियाँ टीम के सदस्यों को मिली हैं इसके बारे में कुछ कहना मुश्किल है। इधर जीएसटी टीम के कस्बे में पहुंचने की भनक लगते ही तमाम व्यापारियों ने अपनी दुकानों के सटर गिरा दिये और इधर उधर छिपते नजर आये हैं,जिसमें कस्बे के थाना चौराहा स्थित किराना की कुछ बड़ी दुकानों के मालिक भी हैं तो वहीं माना जाता है कि थाना चौराहा स्थित किराना की इन बड़ी दुकानों में रोजाना लाखों रुपए की बिक्री होती है लेकिन इन दुकानों से खरीदारी करने वाले किसी भी व्यक्ति को जीएसटी का बिल नहीं दिया जाता है जिससे बिना बिल के ही रोजाना लाखों रुपए का व्यापार होना कहीं न कहीं जीएसटी चोरी को दर्शाता है। इसी प्रकार से कस्बे के लगभग 95% व्यापारियों का यही हाल है जो कि ग्राहकों से तो जीएसटी का पैसा वसूल रहे हैं लेकिन इन्हें जीएसटी का बिल नहीं देते हैं और जब इनकी चोरी पकड़ने के लिए छापेमारी की जाती है तो तमाम तरह के संगठनों की आड़ में बाजार बंदी जैसी धमकियां दी जाती हैं,दूसरी तरफ मौदहा कस्बे में तमाम ऐसे दुकानदार भी हैं जो कि नियमित रूप से जीएसटी अदा करते हैं और बेधड़क होकर अपना व्यापार करते हैं। आज जीएसटी टीम की छापेमारी के दौरान जब उन तमाम व्यापारियों की दुकानों पर पहुंच कर बातचीत की गई जिनकी दुकानें खुली थी और ये लोग बेधड़क होकर व्यापार कर रहे थे तो इन व्यापारियों का कहना था कि जो चोर है वही छापेमारी से डरते हैं और दुकानों के सटर गिराकर भागते हैं। साफ़ सुथरा और निडर होकर व्यापार करना है तो जीएसटी जमा करना चाहिए जो राष्ट्र और समाज के हित में है।