रिश्वत लेते लेखपाल की वीडियो वायरल बिना शिकायत व बिना अनुमति के लेखपाल ने जमीन की पैमाइश की 

बिजनौर/नजीबाबाद: योगी सरकार भले ही भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए अधिकारियों के खिलाफ सख्त एक्शन ले रही हो लेकिन अधिकारी अपना रवैया बदलने को तैयार नही है ऐसा ही एक मामले नजीबाबाद में सामने आया है जहां रिश्वत लेते हुए एक लेखपाल की वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है लेखपाल उक्त वीडियो में पैसे लेते साफ दिख रहा है लेखपाल द्वारा बिना शिकायत व बिना अनुमति के जमीनो की पैमाई करने का मामला प्रकाश में आया है पीड़ित पत्रकार ने मीडियाकर्मियों के साथ तहसील पहुचकर उपजिलाधिकारी को शिकायती पत्र देते हुए लेखपाल के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है जिला बिजनौर की नजीबाबाद तहसील क्षेत्र के ग्राम हर्षवाड़ा क्षेत्र में तैनात लेखपाल हरिश्चंद्र सैनी की रिश्वत लेते वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है उक्त लेखपाल वीडियो में रिश्वत लेते साफ दिख रहा है और कह रहा है कि मेरे हिस्से में बस इतने ही क्षेत्र के एक पत्रकार ने उक्त वीडियो के संबंध में लेखपाल की शिकायत मुख्यमंत्री के पोर्टल पर भी दर्ज कराई है अब देखना यह है कि इस लेखपाल के खिलाफ क्या कार्यवाही होती है जिला बिजनौर की नजीबाबाद तहसील क्षेत्र केग्राम हर्षवाड़ा निवासी पत्रकार रिहान अंसारी ने आज मीडियाकर्मियों अजय जैन, हाशिम अहमद, नईम कस्सार, जाइम हैदर, ताबिश मिर्ज़ा, शाही अराफात, अजेंद्र राजपूत, मरगूब नासिर, हिफ्ज़ुर्रहमान, गुलजार कुरैशी, टीएस मलिक आदि के साथ तहसील पहुचकर उपजिलाधिकारी संगीता को दिए शिकायती पत्र में कहा कि क्षेत्र के ग्राम हर्षवाड़ा में हरिशचंद सैनी लेखपाल के पद पर तैनात है कुछ समय से जिस खसरा व खतौनी की शिकायत नही हुई उन सभी सम्पत्तियो की यह लेखपाल पैमाईश कर रहा है जबसे ग्राम हर्षवाड़ा के बाईपास पर कलोनिया कटनी शुरू हुई है उक्त लेखपाल द्वारा उन सभी भू माफियाओ की सम्पत्तियो को लेन देन कर सही ठहराया जाता है यह लेखपाल क्षेत्र के सीधे साधे व गरीब लोगो से अवैध वसूली भी कर चुका है जिसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए भू माफियाओ की सम्पत्तियो को सही ठहराने के लिये जिन लोगो की दादईलाही व सौ साल से खेती कर रहे थे उनकी सम्पत्तियो को कस्टूडियन बताया जाता है यह लेखपाल क्षेत्र के उन गरीब, मजदूर, असहाय लोगो को जिनकी अपनी जमीने है उनको कस्टूडियन की जमीन बताकर उनका आर्थिक उत्पीडन करता आ रहा है पीड़ित पत्रकार लेखपाल हरीशचंद सैनी की शिकायत मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के जनसुनवाई पोर्टल पर भी दर्ज करा चुका है पीड़ित ने उपजिलाधिकारी से लेखपाल के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है बिना शिकायत व बिना अनुमति के 212 न० में लेखपाल भूमाफिया के साथ 219 न० बताकर पेमाइश कीनजीबाबाद: नजीबाबाद तहसील क्षेत्र के ग्राम हर्षवाड़ा क्षेत्र में तैनात लेखपाल हरिश्चंद्र सैनी की रिश्वत लेते वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है उक्त लेखपाल वीडियो में रिश्वत लेते साफ दिख रहा है और कह रहा है कि मेरे हिस्से में बस इतने ही क्षेत्र के एक पत्रकार ने उक्त वीडियो के संबंध में लेखपाल की शिकायत मुख्यमंत्री के पोर्टल व एंटी करप्शनपर भी दर्ज कराई है अब देखना यह है कि इस लेखपाल के खिलाफ क्या कार्यवाही होती हैनजीबाबाद तहसील क्षेत्र के ग्राम हर्षवाडा के रिश्वतखोर लेखपाल द्वारा बिना अनुमति के 212 नंबर की पैमाइश करने पर जिन लोगों की संपत्ति है उनमें रोष है उन्होंने बताया कि हमें बिना बताये 212 नंबर में खड़े होकर 219 नंबर की पैमाइश की गई जबकि सभी लोगों को यह पता था किसी व्यक्ति द्वारा 213 नंबर 214 नंबर व आगे के अन्य नंबरों की पैमाइश के आदेश थे भू माफियाओं को साथ में लेकर 212 नंबर में खड़े होकर लेखपाल द्वारा पैमाइश की गई ज्ञात हो कि नगर के पत्रकारों ने गुरुवार को नजीबाबाद एसडीएम संगीत को लेखपाल की रिश्वत लेते वीडियो व तहरीर दी थी सोशल मीडिया और लेखपाल की रिश्वत लेते वीडियो व उपजिलाधिकारी को तहरीर देने के बाद भी अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भू माफिया व हर्षवाड़ा लेखपाल की वीडियो व लेखपाल के खिलाफ कार्यवाही को लेकर गुप्त तरीके से बैठक भी की गई वही क्षेत्र के जिन लोगों की संपत्ति आ रही है और लोगों को कहना है कि ऐसे भ्रष्ट लेखपाल को हटाने की मांग की है लोगो का कहना हैै कि 212 नंबर में खड़े होकर 219 नंबर की पैमाइश की गई, जो गलत है ग्रामीणों व शिकायतकर्ता के कहने के बाद लेखपाल ने पुराने नपती के कागज दिखाएं तो लेखपाल के पास मौजूद कागजों में कहीं पर भी 212 नंबर की पैमाइश का जिक्र नहीं था लेखपाल की नपती से ऐसा लगता है कि जैसे लेखपाल भूमाफिया और से मिलकर जमीन में बहुत बड़ा गबन कर चुका हो अब देखना यह है कि अधिकारी इस रिश्वतखोर लेखपाल के खिलाफ क्या कार्यवाही होती हैपीड़ित पत्रकार ने लेखपाल हरीशचंद सैनी की शिकायत मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के जनसुनवाई पोर्टल व एंटी करप्शनपर भी दर्ज करा चुका है