क्या दो मौतों का वास्तविक जिम्मेदार रहा राष्ट्रीय राजमार्ग पर खड़ा रोड रोलर।

रिपोर्ट - जमाल खांन।

मौदहा। राष्ट्रीय राजमार्ग कानपुर सागर 34 के किनारे कई स्थानों पर खड़े ट्रक व अन्य वाहन हादसों को दावत देते रहते हैं इन ट्रकों में भिड़ने से अक्सर किसी न किसी वाहन सवार की जान चली जाती है। बीती सोमवार की रात छिरका के नजदीक सड़क पर खड़े रोड रोलर में एक बाइक भिड़ने से बाइक सवार दो युवकों की मौत हो गई थी मगर इस दुर्घटना के 24 घंटे बीत जाने के बाद भी प्रशासन द्वारा रोलर नही हटाया है जो शायद किसी अन्य घटना को अंजाम देने के लिए मुँह बाए खड़ा है।
बता दें की राजमार्ग 34 पर छिरका के नजदीक एक रोड रोलर तीन दिन से खड़ा मौत को दावत दी रहा है। बीती रात मौदहा की ओर से अपने गांव रीवन जा रहे बाइक सवार को सामने से आ रही बोलेरो की लाइट पड़ने के कारण सड़क पर खड़ा रोलर नहीं दिखाई दिया और तेज़ रफ़्तार बाइक रोलर से जा टकराई जिससे बाइक सवार दो युवकों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई थी, जिसकी सूचना मिलते ही परिजनों ने मौके पर पहुंच सड़क जाम कर दिया था मगर पुलिस क्षेत्राधिकारी मौदहा ने मौके पर पहुंच परिजनों को समझा बुझाकर जाम खुलवाकर अज्ञात खड़े रोलर मालिक के खिलाफ मामला पंजीकृत किया था, मगर सवाल यह है की आखिरकार वह रोलर किसका था और तीन दिन से मौत का सामान बन खड़े इस रोलर को पीएनसी द्वारा क्यों नही हटवाया गया और इस लापरवाही से हुई मौतों का जिम्मेदार कौन है।हद तो तब हो गई जब इस घटना के बाद भी पीएनसी के अधिकारियों ने सुध नही ली और उनकी कोई गाड़ी मौके पर नहीं पहुँची। शायद इन मौतों के 24 घंटे बीत जाने के बाद अभी भी प्रशासन की नींद नहीँ टूटी है और किसी दूसरी घटना का इंतजार कर रहा है।