300 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का 16 जुलाई को प्रधानमंत्री जी करेंगे उद्घाटन

प्रदेश के दूसरे सबसे बडे बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का देश के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र दामोदर मोदी जी के कर कमलों से दिनांक 16 जुलाई 2022 को लोकार्पण कार्यक्रम प्रस्तावित है, जिसके क्रम में आज उत्तर प्रदेश शासन के मुख्य सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्रा, अपर मुख्य सचिव गृह और यूपीडा के सी ई ओ श्री अवनीश अवस्थी और पुलिस महानिदेशक , उत्तर प्रदेश श्री देवेन्द्र सिंह चौहान द्वारा एक्सप्रेस वे का स्थलीय निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरा बनकर मुख्य सचिव महोदय द्वारा विस्तार से जानकारी देते हुए बताया गया कि 29 फरवरी, 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही इसका शिलान्यास किया था। यह एक्सप्रेस वे बुन्देलखण्ड वासियों के लिए पर्यटन और औद्यौगिक विकास की सौगात लाता है, यह लगभग 28 महीने में बनकर तैयार हो गया है, जो कि एक रिकार्ड है। यह एैक्सप्रेस वे लगभग 300 किलो मीटर लम्बा है, जिसमें केन, वेतवा और यमुना नदी के पुलों के अतिरिक्त रेलवे के अपरगामी पुल, कई सारे छोटे पुल और अपरगामी पुल भी सम्मलित है, का निर्माण कार्य पूर्ण होने को है। इस एैक्सप्रेस वे के बनने से चित्रकूट, जो कि हमारे प्रदेश के दक्षिणांचल का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है, जो कि भगवान राम की नगरी भी है। यह एैक्सप्रेस वे आगरा-लखनऊ एैक्सप्रेस वे के माध्यम से यमुना एैक्स्प्रेस वे (आगरा दिल्ली एक्सप्रेस वे) से जोडा जायेगा।
उन्होने बताया कि पहले चित्रकूट से देश की राजधानी दिल्ली तक का सफर तय करने में लगभग 09 से 10 घण्टे लगते थे, इस एक्सप्रेस वे के बनने से अब यात्रियों को दिल्ली पहुचने के लिए सिर्फ 05 से 06 घण्टे का सफर तय करना होगा। इस एक्सप्रेस वे प्रदेश के सात जनपदों से होकर गुजरेगा, जिसमें इटावा और औरैया के अलावा बुन्देलखण्ड के जालौन, हमीरपुर, महोबा, बॉदा और चित्रकूट है। उन्होने कहा कि इस एक्सप्रेस वे के निर्माण से इन सातों जिलों का विकास बहुत तेजी से होगा। इसके अलावा एक्सप्रेस वे के साथ ही औद्यौगिक कारीडोर को भी विकसित किया जा रहा है, जिसमें कई औद्यौगिक इकाईयों को स्थापित कराया जायेगा।
उन्होने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्य नाथ जी ने जो प्रदेश के विकास की शुरूआत की है वह देश के अन्य राज्यों की तुलना में अधिक तीव्र गति से हो रहा है। चाहे वह हवाई अड्डों की संख्या हो, मैट्रो रेल का संचालन हो या एक्सप्रेस वे के निर्माण का कार्य हो, फ्रेट कारीडोर के निर्माण का कार्य हो के माध्यम से प्रदेश के विकास को एक नई दिशा दी है। पहले हमारे प्रदेश में 04 हवाई अड्डे थे जो कि मात्र 25 स्थानों से कनेक्टिड थे, वर्तमान में 09 हवाई अड्डों का संचालन किया जा रहा है, जो कि 77 स्थानों से कनेक्टिड है, और 05 हवाई अड्डों के निर्माण हेतु प्रक्रिया संचालित है। मैट्रो पहले हमारे प्रदेश में एक शहर में संचालित होती थी वर्तमान में 05 शहर में संचालित हो रही है। प्रदेश में मैट्रो पहले लगभग 14 से 15 किलो मीटर के लिए संचालित होती थी जो कि अब लगभग 100 किलो मीटर के लिए संचालित हो रही है, इसके अलावा और 200 किलो मीटर में मैट्रो संचालन हेतु निर्माण कार्य बहुत तेजी से किया जा रहा है।
अपर मुख्य सचिव गृह और यूपीडा के सी ई ओ ने बताया कि आज यहॉ के उपरान्त जालौन जनपद में लोकार्पण स्थल एवं बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस वे के अन्तिम छोर तक का स्थलीय निरीक्षण के साथ-साथ सम्बन्धित विभागों के साथ बैठक कर निर्माण कार्र्याें की समीक्षा भी मुख्य सचिव महोदय द्वारा किया जायेगा। उन्होने मण्डलायुक्त, कानपुर मण्डल को निर्देशित किया है कि जनपद इटावा और औरैया के जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से समन्वय कर एक्सप्रेस वे पर स्थापित होने वाली चौकियों के लिए स्थानों को चिन्हित कर लिया जा तथा चयनित स्थलों की सूचना यथा शीघ्र उन्हे उपलब्ध कराई जाये। उन्होने यह भी निर्देश दिये कि चयनित स्थानों पर चौकी बनने के प्रस्ताव भेजे एवं स्वीकृति सम्बन्धित विभागों से यथा शीघ्र प्राप्त कर ली जाये।
निरीक्षण के दौरान मण्डलायुक्त, कानपुर मण्डल डा0 राज शेखर, पुलिस महानिरीक्षक कानपुर जोन प्रशान्त कुमार, जिलाधिकारी प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव , जिलाधिकारी इटावा अवनीश राय, पुलिस अधीक्षक औरैया चारू निगम , वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा जय प्रकाश सिंह, उप जिलाधिकारी बिधूना सहित यूपीडा एवं निर्माण ऐजेन्सी के अधिकारीगण आदि उपस्थित रहे।