चंदौली- आगजनी में बवाल मामले में थाना प्रभारी को किया गया सस्पेंड, जानिए किसको मिला चार्ज

चंदौली- आगजनी में बवाल मामले में थाना प्रभारी को किया गया सस्पेंड, जानिए किसको मिला चार्ज

संवाददाता कार्तिकेय पांडेय

चंदौली- अग्निपथ योजना के विरोध में कुछमन स्टेशन और मुस्तफापुर में हुए बवाल के बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के निर्देश पर अलीनगर के थाना प्रभारी सत्येंद्र विक्रम सिंह को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस सूत्रों की मानें तो उनके खिलाफ यह कार्यवाही कर दो दिन पहले ही की जा चुकी थी, लेकिन स्थानीय पुलिस महकमा अपनी किरकिरी बचाने के लिए इस पूरी खबर को दबाए रखा था। मीडियाकर्मी पुलिस अधीक्षक से इस बारे में उसके लिए कई बार फोन मिलाकर जानकारी लेने की कोशिश की लेकिन खबर के बारे में जब पुष्टि नहीं हुई तो कुछ मीडिया के साथियों ने सीधे आईजी के सत्यनारायण से बातचीत की, जिस पर उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया कि अलीनगर के थाना प्रभारी सत्येंद्र विक्रम सिंह को निलंबित कर दिया गया है।

आपको बता दें कि अग्निपथ योजना के विरोध में आक्रोशित युवाओं ने शनिवार को अलीनगर थाना क्षेत्र के कुछमन स्टेशन पर जमकर बवाल किया था। स्टेशन के आसपास भी जमकर तोड़फोड़ की थी। वहां हुई पत्थरबाजी में चौकी प्रभारी ताराजीवनपुर घायल भी हो गए थे। इस घटना के अगले दिन जब पुलिस की टीम मुस्तफापुर गांव में जांच पड़ताल और पूछताछ के लिए पहुंची तो वहां युवकों से उनका विवाद हो गया और बवाली लोगों ने पुलिस की प्राइवेट जीप इस घटना को बड़ी लापरवाही मानते हुए आईजी साहब खुद घटनास्थल पर पहुंचे थे और पूछताछ की थी।कहा जा रहा है कि इसी लापरवाही और हीलाहवाली के चलते तत्काल आईजी के सत्यनारायण ने उनके खिलाफ कार्यवाही करने का निर्देश दिया था। जिसके बाद एसपी अंकुर अग्रवाल ने थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया। कार्यवाही करने के बाद भी पुलिस ने इस बारे में मीडिया को किसी भी प्रकार की कोई जानकारी नहीं दी और खबर को सिर्फ इसलिए दबाए रखा कि इससे पुलिस महकमे की किरकिरी होगी। लेकिन पुलिस सूत्रों के द्वारा जानकारी लीक हो गई थी। लेकिन इसकी पुष्टि नहीं होने से मीडिया में यह खबर नहीं आ रही थी।

आईजीआएस प्रभारी सत्य प्रकाश सिंह के पास सीयूजी

ऐसी चर्चा है कि पुलिस अधीक्षक किसी भी मीडियाकर्मी का सरकारी सीयूजी नंबर पर आने वाला फोन खुद नहीं उठाते हैं। अक्सर उनका सरकारी फोन उनके पीआरओ उठाया करते हैं। इससे खबरों की पुष्टि होने में देरी होती है तथा हमेशा संशय की स्थिति बनी रहती है। बताया जा रहा है कि सत्येन्द्र विक्रम सिंह के बाद आईजीआएस प्रभारी सत्य प्रकाश सिंह को कामकाज देखने के लिए कह दिया गया है। वह सीयूजी नंबर लेकर अपने काम में जुट गए हैं।


इस मामले में जानकारी देते हुए वाराणसी परिक्षेत्र के आईजी के सत्यनारायण ने कहा कि एक ही थाना क्षेत्र में लगातार दो दिन तक बवाल हुआ प्रथम दृष्टया थाने के प्रभारी और पुलिसकर्मियों की लापरवाही सामने आई इसी के चलते अलीनगर थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। कुछमन और मुस्तफापुर के मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जा रही है। ऐसे में अगर पुलिस महकमे में किसी की लापरवाही सामने आती है तो उनको भी नहीं बख्शा जाएगा।

वहीं सिटी अपडेट न्यूज नेटवर्क से जानकारी साझा करते हुए करते हुए पुलिस कप्तान अंकुर अग्रवाल ने बताया है कि मधूप सिंह व सत्य प्रकाश सिंह को केवल लॉ एंड ऑर्डर देखने के लिए तैनात किया गया है। अभी किसी की तैनाती नहीं की गयी है।