चंदौली -कोतवाली में भाजपाइयों के धरना प्रदर्शन के बाद आरोपी दरोगा सहित पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ दर्ज हुआ एफ आई आर

चंदौली कोतवाली में भाजपाइयों के धरना प्रदर्शन के बाद आरोपी दरोगा सहित पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ दर्ज हुआ एफ आई आर

संवाददाता कार्तिकेय पांडेय

सैयदराजा- थाने में मंगलवार की रात भाजपा कार्यकर्ता विशाल मधेशिया उर्फ टून्नू कबाड़ी की पुलिसकर्मियों के द्वारा पिटाई कर दिए जाने से पुलिस व भाजपा नेताओं में ठन गयी। पता चला कि नेताजी दो पक्षों के विवाद का समझौता कराने की नीयत से थाने पर गए थे। पार्टी कार्यकर्ता के पिटाई की जानकारी होते ही भाजपाइयों का थाने पर जमावड़ा होने लगा। थोड़ी ही देर में जिलाध्यक्ष व नपं चेयरमैन सहित दर्जनों कार्यकर्ता थाने पहुंचकर धरने पर बैठ गए। वहीं सीओ सदर अनिल राय पहुंचकर देर रात तक समझाने-बुझाने में कोशिश की लेकिन भाजपा नेता दोषी पुलिस वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के बाद ही थाने से बाहर निकले।

मिली जानकारी के अनुसार सैयदराजा थाने के एक दरोगा पर पारिवारिक विवाद में पैरवी करने गए एक भाजपा नेता की पिटाई करने का आरोप लगाते हुए थाने में धरना देने लगे। भाजपा नेता की पिटाई से नाराज भाजपा कार्यकर्ता और भाजपा नेताओं ने सैयदराजा थाने पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। मौके पर भाजपा जिला अध्यक्ष अभिमन्यु सिंह सहित कई बड़े नेता मौजूद रहे।

बता दे कि भाजपा नेता टुन्नू मधेशिया मंगलवार की रात में किसी की पैरवी लेकर सैयदराजा थाना पहुंचे थे। आरोप है कि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी ने पूछा कि क्या काम है। जब तक वह कुछ बताते सिपाही ने अनाश शनाप बोलना शुरू कर दिया। इस पर भाजपा नेता और सिपाही में ठन गई। इसी बीच आरोप है कि एसआई मौके पर आए और कुछ बोलते हुए थाने में भाजपा नेता की पिटाई कर दी।

इस बात से नाराज भाजपा नेता ने जिले के पदाधिकारियों को सूचित किया और थाने परिसर में उपनिरीक्षक व सिपाही को सस्पेंड करने की मांग पर धरने पर बैठ गये और देखते देखते जिला के भाजपा पदाधिकारी थाने पर पहुंचकर उपनिरीक्षक व सिपाही को निलंबित करने की मांग पर अड़ गए।

मामला बढ़ता देख सदर सीओ अनिल राय ने कहा कि उपनिरीक्षक व कांस्टेबल की जांच कराई जाएगी। लेकिन धरने पर बैठे जिलाध्यक्ष अभिमन्यु सिंह तत्काल उपनिरीक्षक व सिपाही को सस्पेंड करने की मांग करते हुए धरने पर बैठे रहे और कहा कि जब तक आरोपी पुलिस वालों पर कोई कार्रवाई नहीं होती या उन्हें सस्पेंड नहीं किया जाता है तब तक वह धरने पर बैठे रहेंगे।

वहीं थाने में भाजपा नेता को मारने के मामले में भाजपा नेताओं की जिद देखकर घंटों तक कहासुनी व किचकिच होती रही। थाने में धरना प्रदर्शन का मामला बढ़ने के बाद एक एसआई सहित पांच पुलिसकर्मियों के ऊपर पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बाद ही शांत हो पाए।

पुलिस के रवैए से नाराज चल रहे जिला जिलाध्यक्ष ने एफआईआर की कॉपी लेने के बाद ही थाने से बाहर जाने की बात कही। पुलिस एफआईआर दर्ज करने के पहले मामले की जांच के बाद करना चाहती थी, लेकिन भाजपा के पदाधिकारियों ने पुलिस की एक नहीं सुनी और थाने में रात 3 बजे तक किचकिच होने के होने के बाद एक एसआई व पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ 307 तथा 323 के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है।

इस संबंध में भाजपा जिला अध्यक्ष अभिमन्यु सिंह ने बताया कि सैयदराजा के उप मंडल अध्यक्ष विशाल मधेशिया को मारने वाले उपनिरीक्षक जेपी यादव सहित पांच पुलिसकर्मियों पर 307 व 323 के तहत मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है। पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं से बदतमीजी करने वाले पुलिसकर्मियों की खैर नहीं है। उन्हें कार्यकर्ताओं का नहीं थाने में आने वाले हर फरियादी का सम्मान करने की आदत सीखनी होगी।