शहीद के शव के अंतिम संस्कार से परिजनों का इनकार, सीएम को बुलाने की मांग पर अड़े परिजन

शहीद के शव के अंतिम संस्कार से परिजनों का इनकार, सीएम को बुलाने की मांग पर अड़े परिजन

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

चकिया- छत्तीसगढ़ नक्सली हमले में शहीद ठेकहां चईका गांव निवासी शहीद धर्मदेव का पार्थिव शरीर सोमवार की रात बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचा। यहां सलामी के बाद सीआरपीएफ कैंप दुलहीपुर लाया गया। मंगलवार को सैकड़ों वाहनों के काफिले के साथ हजारों लोग शहीद की शव यात्रा में शामिल हुए। इस बीच शहीद के पिता रामआश्रय गुप्ता और छोटे भाई सीआरपीएफ के जवान धनंजय ने शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया है। ग्रामीण भी परिजनों के इस फैसले के साथ लामबंद होकर खड़े हैं। परिजनों का कहना है कि सीएम या रक्षामंत्री के आने के बाद ही शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा।

*मंत्रियों की भरमार लेकिन कोई नहीं पहुंचा*
शहीद धर्मदेव के परिजन इस बात से आहत हैं कि रक्षामंत्री का गृहजनपद होने के बावजूद सत्ता पक्ष का कोई भी जनप्रतिनिधि या मंत्री गांव नहीं आया। पिता का कहना है कि चंदौली से दो कैबिनेट मंत्री हैं। एक केंद्र सरकार में मंत्री हैं तो एक राज्य सरकार में। देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का गृह जनपद है। लेकिन कोई भी मंत्री श्रद्धांजलि देने गांव नहीं आया। कहा जबतक सीएम या खुद रक्षामंत्री नहीं आते शव को अंतिम संस्कार के लिए नहीं ले जाया जाएगा।

*रक्षामंत्री से हुई बात मिला आश्वासन*
परिजनों के अनुसार रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से फोन पर बात हुई है। उन्होंने हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। कहा है कि अत्यंत व्यस्तता के चलते उनका फिलहाल गांव आना संभव नहीं है लेकिन वे सीएम योगी आदित्यनाथ से बात करेंगे। प्रयास करेंगे कि सीएम या उनके प्रतिनिधि के तौर पर कोई सक्षम मंत्री शहीद की अंतिम यात्रा में शामिल हो।