बिल्थरारोड एमआरएफ सेंटर पर नहीं गिरा नगरपंचायत का कूड़ा - ईओ के तहरीर पर तीसरे दिन भी नहीं हुई कार्रवाई

बलिया: जनपद बलिया के बिल्थरारोड क्षेत्र के हल्दीरामपुर गांव में नगरपंचायत के संचालित कूड़ा निस्तारण केंद्र पर विवाद के कारण रविवार को भी नगरपंचायत का कूड़ा नहीं गिराया जा सका। शनिवार को ग्रामिणों द्वारा नगरपंचायत का ट्रैक्टर और चालक करीब सात घंटे तक बंधक बनाएं जाने के बाद उठे विवाद में क्षेत्रीय पुलिस ने भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं किया है। हालांकि पुलिस के हस्तक्षेप के बाद ही नगरपंचायत के ट्रैक्टर चालक और कूड़ा वाहन को ग्रामिणों के कब्जे से मुक्त कराया जा सका था। मामले में नपं अधिशासी अधिकारी ब्रजेश गुप्ता के निर्देश पर सफाई नायक मनोज कुमार द्वारा उभांव थाना पुलिस को तहरीर दे दी गई थी। मामले के तीन दिन बाद भी पुलिस अब तक कोई कार्रवाई नहीं कर सकी है। उभांव इंस्पेक्टर ज्ञानेश्वर मिश्र ने बताया कि मामले में नगरपंचायत द्वारा तहरीर मिली है। लोगों के विरोध को देखते हुए उच्चाधिकारियों के निर्देश पर आगे की कार्रवाई होगी। मालूम हो कि शनिवार को दर्जनों की संख्या में महिलाओं और ग्रामिणों ने हल्दीरामपुर स्थित कूड़ा निस्तारण केंद्र पर नपं के कूड़ा वाहन को रोक दिया था और कूड़ा गिराकर वापस जा रहे चालक लाल बहादुर को ग्रामिणों ने वाहन समेत बंधक बना लिया। जिससे नगरपंचायत प्रशासन में खलबली मच गई थी। दोपहर बाद उभांव पुलिस के हस्तक्षेप और सख्ती के बाद पुलिस ने ग्रामिणों के बीच से नगरपंचायत के कर्मचारी और ट्रैक्टर को मुक्त कराया था। जिसके बाद से ही नपं के कूड़ा निस्तारण केंद्र पर कूड़ा गिराने का कार्य प्रभावित है। ग्रामीण लगातार बाउंड्री होने तक कूड़ा न गिराने का दबाव देते हुए आरोप लगा रहे थे कि नगरपंचायत का कूड़ा उनके खेतों तक उड़कर जा रहा है। इधर ईओ ब्रजेश गुप्ता ने बताया कि हल्दीरामपुर में बने एमआरएफ सेंटर यानी कूड़ा निस्तारण केंद्र पर महीनों से नगर का कूड़ा गिराया जा रहा है। जिसका चाहरदीवारी भी बन रही है। लोगों का विरोध महज गंवई राजनीति का हिस्सा है। जिससे सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न हुआ।