चकिया भ्रष्ट सीएमएस की भ्रष्ट व्यवस्थाएं, प्रसव पीड़ा से घंटों तड़पती रही मरीज महिला लेकिन नहीं पहुंच सके एंबुलेंस सेवा,

चकिया भ्रष्ट सीएमएस की भ्रष्ट व्यवस्थाएं, प्रसव पीड़ा से घंटों तड़पती रही मरीज महिला लेकिन नहीं पहुंच सके एंबुलेंस सेवा,

संवाददाता कार्तिकेय पांडेय

चकिया - केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार के द्वारा जहां ग्रामीण अंचलो मे मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए बिभिन्न योजनाएं संचालित कर करोड़ों रुपए खर्च करते हुए एंम्बुलेंश हास्पिटल निंशुल्क दवा पैथोलॉजी जांच के नाम पर संचालित करती है। लेकिन जमीनी स्तर पर सरकार के करोड़ों खर्च तथा अधिकारियों के लाख प्रयासों तथा निर्देशो के बाद भी जमीनी स्तर ग्रामीण अंचलो मे चिकित्सकों की लापरवाही एंम्बुलेंश के समय से ना पहुंच पाने के कारण मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है जिससे शासन की मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने का फरमान हवा हवाई साबित होता नजर आ रहा है।

दरअसल पुरा मामला चकिया ब्लाकं के दिरेहुं के ड़ोड़ापुर खालसा के बनवासी बस्ती का है जहां बीती रात रीता को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने डिलेवरी हेतु शासन द्वारा संचालित 108 ,102 एंम्बुलेंश सेवा पर काल किया गया लेकिन घंटों प्रसव पीड़ा से तड़पने के घंटों इंजतार के बाद भी मरीज के घर एंम्बुलेंश सेवा नही पहुंच सकी थक हारकर परिजन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर मरीज़ को लेकर पहुंचे लेकर हास्पिटल मे भी चिकित्सक समेत कोई भी स्टाफ मौके पर मौजुद नही मिला जिससे मरीज का इलाज नही हो सका।

जिसके बाद परिजनों के द्वारा मरीज को निजी हास्पिटल लेकर पहुंचे तब तक महिला की स्थिति खराब हो जाने के कारण महिला के पेट पर पल रहा बच्चे ने दम तोड दिया जिससे परिजनों ने सरकार की व्यवस्था पर उंगली उठाई है वही रोजा संस्था की काउंसलर ने हास्पीटल की व्यवस्थाओ मे सुधार को लेकर जनपद के अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराया है।