नैनीताल हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी उत्तराखंड सरकार निजी मेडिकल कॉलेज संस्थानों में आदेश लागू नहीं करवा पा रही,/ उत्तराखंड की राजधानी की सड़कों पर भीख मांगने को मजबूर आयुर्वेद के छात्र-छात्र

रिहान अन्सारी / उत्तराखंड सरकार निजी आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज के आगे बेबस नैनीताल हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी उत्तराखंड सरकार निजी मेडिकल कॉलेज संस्थानों पर हाई कोर्ट के आदेश को लागू नहीं करवा पा रही उत्तराखंड आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय द्वारा बढ़ाई गयी फीस के विरोध में कई दिनों से परेड ग्राउण्ड में अपनी मांगे को लेकर छात्र-छात्राओं ने उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में सचिवालय के नजदीक पवेलियन ग्राउंड में कॉलेजों के छात्र-छात्रा उत्तराखंड आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय द्वारा बढ़ाई गयी फीस के विरोध में के दिन से अनशन पर बैठे थे आज मेडिकल के छात्र-छात्रा राज्यपाल से मिले और अपनी समस्या बताई परेड ग्राउंड स्थित धरना स्थल पर फीस के खिलाफ धरने पर बैठे आयुर्वेद के छात्रों ने राज्यपाल से मिलकर समस्या बताई छात्रों के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को विस्तार से अपनी समस्या बताई छात्रों ने कहा कि वह पिछले 16 दिनों से अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं लेकिन विभाग और सरकार छात्रों को पूरी तरह से उपेक्षित कर रही है छात्रों को राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने आश्वासन दिया और कहा कि वह इस मामले में आयुर्वेद विवि के कुलपति से वार्ता कर समस्या का हल समाधान निकालने का प्रयास करेंगी यह बात सुनकर छात्र निराशा होकर लोटे छात्रों ने बताया की कोई ठोस कार्रवाई का भरोसा नहीं मिला छात्रों ने कहा कि उनकी प्रमुख मांग शुल्क प्रकरण और तानाशाही को बंद करवाना है लेकिन कोई जवाब नहीं मिला उत्तराखंड राज्यपाल के आश्वासन व जवाब आने तक आयुर्वेद के छात्र छात्राओं ने धरना समाप्त किया आयुर्वेद के छात्रों ने कहा की अगर समस्या का समाधान न होने पर सभी को अवगत करने के बाद दिल्ली में धरना दिया जाए गा आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय द्वारा बढ़ाई गयी फीस के विरोध में अनशन पर बैठे छात्र छात्राओं ने कहा की मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत आयुष मंत्री हरक सिंह रावत हम छात्र-छात्राओं पर भी ध्यान दीजिए एक तरफ तो सरकार डॉक्टरों की कमी का रोना रो रही है दूसरी तरफ राजधानी की सड़कों पर मेडिकल कॉलेज के छात्र-छात्राएं भीख मांगने को मजबूर है आखिर ऐसी क्या मजबूरी है हम छात्र-छात्राओं की जो आयुष मंत्री के करप्शन फंड को लेकर भीख मांग रहे हैं बीए एमएस के मेडिकल छात्र छात्राओं ने आज सरकार और सिस्टम की बेरुखी से परेशान होकर सड़कों पर उतर कर भीख मांगी उत्तराखंड सरकार निजी आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज के आगे बेबस दिखाई दे रही है तीन बार छात्रों के पक्ष में नैनीताल हाईकोर्ट के आदेश आने के बावजूद भी सरकार इन निजी मेडिकल कॉलेज संस्थानों पर दबाव बनाकर हाई कोर्ट का आदेश लागू नहीं करवा पा रही जिसको लेकर अब मेडिकल कॉलेज के छात्र आंदोलन पर उतर आए हैं पहले तो इन छात्र-छात्राओं के द्वारा उत्तराखंड आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय के परिसर में ही आंदोलन किया जा रहा था लेकिन जब कॉलेज परिसर में इनकी मांगों पर सुनवाई नहीं हुई तो यह लोग राजधानी देहरादून में सचिवालय के नजदीक पवेलियन ग्राउंड में क्रमिक अनशन पर बैठ गए हैं उत्तराखंड आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय द्वारा बढ़ाई गयी फीस के विरोध में पिछले कई दिनों से परेड ग्राउण्ड में धरना प्रदर्शन कर रहे थे अपनी मांगे न मानता देख आज इन छात्रों ने राजधानी की सड़कों पर उतर कर आयुष मंत्री करप्शन फंड मैं धन इकट्ठा करने को लेकर भीख मांगी थी आयुर्वेद के छात्र ने बताया की निजी आयुर्वेद कॉलेजों ने अपनी फीस 80 हजार से बढाकर 2 से ढाई लाख रुपए कर दी है जिसका भुगतान न होने पर छात्रों को परीक्षा देने से रोक दिया जाएगा छात्र इसी के विरोध में धरने पर बैठे है सरकार का ध्यान अपनी ओर खींचने के लिए छात्र-छात्रापिछले कई दिनों से अनशन पर बैठे थे पर कोई हल नहीं निकला उसके बाद छात्रों ने सड़कों पर भीख मांगने से लेकर बुद्धि शुद्धि यज्ञ तक कर चुके कॉलेज के छात्रों ने बतया की सीएम उत्तराखंड को हम छात्रों के भविष्य में कोई दिलचस्पी नहीं छात्रों ने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भतीजी का पर्स छीन जाने पर पूरे देश में अफरा तफरी मच गई थी मीडिया से लेकर शासन प्रसाशन लुटेरों को ढूंढने में लग गए सफलता प्राप्त हुई छात्रों ने बताया की प्रधानमंत्री पूरा समुद्र का कचरा साफ कर देश भर में खूब वाहवाही लूटी और जनता के लिए एक मिसाल कायम की जिसको हमारी मीडिया ने फूल कवर किया और बकायदा पूरा ध्यान भी रखा कि विडियो के साथ कोई किसी प्रकार की छेड़ छाड़ न करदे छात्रों ने कहा की लेकिन जहां देश के भविष्य की जड़ कटने की कगार पर है उसे भी फूल कवरेज की जरूरत है मीडिया और साशन प्रसाशन हम छात्र-छात्राओं की आवाज उठाकर हम युवाओं के भविष्य को डूबने और लूटने से बचाऔ तीन बार छात्रों के पक्ष में नैनीताल हाईकोर्ट के आदेश आने के बावजूद भी सरकार निजी मेडिकल कॉलेज संस्थानों पर उत्तराखंड सरकार हाई कोर्ट का आदेश लागू नहीं करवा पा रही