राजस्व विभाग व लोक निर्माण द्वारा मकान को अवैध निर्माण बताकर कार्य रोके जाने पर वृद्धा ने सदमे में दम तोडा 

राफे अंसारी /   बढ़ापुर: एक सप्ताह पूर्व राजस्व विभाग व लोक निर्माण विभाग की टीम ने बढ़ापुर की सड़क के दोनों और नापतोल की थी और अतिक्रमण  का हवाला देकर घरों पर लाल निशान लगाए थे घरों पर लाल निशान लगाए जाने के बाद सैकड़ों सालों से रह रहे लोगों में दहशत व्याप्त हो गई थी वहीं इसी मौहल्ले में ही नगर पंचायत द्वारा पास किए गए नक्शे पर नवीनीकरण का कार्य चल रहा था जिसको राजस्व विभाग, लोक निर्माण विभाग व पुलिस ने रुकवा दिया था अवैध निर्माण बताकर मकान निर्माण का कार्य रोके जाने पर परिवार की वृद्धा ने सदमे के कारण दम तोड़ दिया गौरतलब है कि गत 5 अक्टूबर को नगर में नगीना बढ़ापुर मार्ग के चौड़ीकरण के लिये सड़क की चोड़ाई की नापतोल करने आये लोकनिर्माण विभाग व राजस्व विभाग की टीम अतिक्रमण बता लोगों के आशियानों पर लाल निशान लगाने के बाद मौहल्ले के कई परिवार  दहशत में आ गए थे  क्योंकि बरसों से लोग जिन मकानों में रहते आ रहे थे उनको आखिर सरकारी कर्मचारियों ने अवैध जो बता दिया था जबकि मौहल्ले के ही निवासी अबरार पुत्र शफीक अहमद अपना पुराना मकान तोड़कर नवनिर्माण करा रहे थे सूचना पर हल्का लेखपाल कमल कुमार शर्मा व लोकनिर्माण विभाग ने निर्माणधीन दुकान व मकान का निर्माण कार्य रुकवा दिया था निर्माण ना होने पर भी पुलिस आए दिन निर्माण कार्य होने का हवाला देकर उन्हें जेल में डालने की धमकी दे रही थी अधिकारियों के मना करने के बाद से ही निर्माण कार्य बंद पड़ा हुआ था अबरार अहमद द्वारा विभागीय कर्मचारियों की मान मनव्वल के बाद भी कर्मचारियों ने उनकी एक नहीं सुनी तथा निर्माण कार्य पुलिस बल के द्वारा बंन्द कराने के बाद पुनः निर्माण न कराने की हिदायत दी निर्माण रुकने के कारण घर में रहने वाले सदस्यों के लिये समस्या पैदा हो गई जिस पर अबरार अहमद की माता जमीरन 80 वर्षीय पत्नी शफीक अहमद ने अपने पुत्र से निर्माण रुकने का कारण पता किया तो उन्होंने सरकारी अधिकारियों द्वारा अवैध निर्माण कार्य बता कर काम के रोकने के बारे में बताया सालों से अपने पुश्तैनी मकान में गुजर बसर कर रही वृद्धा की इतना सुनते ही तबीयत बिगड़ने लगी परिजनों ने उनको पहले तो बिजनौर दिखाया लेकिन चिकित्सकों ने उनको उपचार के लिए रेफर कर दिया परिजन उनको उपचार के लिए ऋषिकेश ले गए जहां रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया जहां एक और राजस्व विभाग व  लोकनिर्माण कई वर्षों से रह रहे परिवार वालों के घरों को उजाड़ने के लिए लाल निशान लगाकर लोगों के दिलों में  खौफ पैदा कर रहे हैं वहीं दूसरी और अधिशासी अधिकारी सेवाराम राजभर ने नगर पंचायत में उपलब्ध चकचोड़ल को सम्पत्ति रजिस्टर में दर्ज होने की बात कही लेकिन बावजूद इसके एक सवाल बना हुआ है कि जब यह जमीन लोक निर्माण विभाग की थी तो आखिर लोक निर्माण विभाग इतने सालों तक कुंभकरण की नींद क्यों सो रहा था