क्या चकिया है सुरक्षित........???, बिल्कुल नहीं,  कौन लोग दे रहे हैं चकिया में इस संक्रमण को दावत, देखिए हमारी विशेष रिपोर्ट के जरिए

क्या चकिया है सुरक्षित........???, बिल्कुल नहीं, कौन लोग दे रहे हैं चकिया में इस संक्रमण को दावत, देखिए हमारी विशेष रिपोर्ट के जरिए

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

चंदौली/चकिया- जहां एक तरफ कोरोना वायरस शहर गांव की तरफ बढ़ चला है और अब धीरे धीरे ग्रामीणों संक्रमित करने लगा है और इससे बचने के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं तथा गांवों में सोनेटाइजेशन का भी कार्य शुरू करा दिया गया है और साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाने लगा है
वही आपको बता दें कि इस समय यूपी बिहार की सीमा पर स्थित चंदौली जनपद में कोरोनावायरस संक्रमित मरीजों की संख्या 12 पहुंच गई है और जिसमें की जनपद के चकिया तहसील से महज 5 किमी की दूरी पर स्थित भीषमपुर गांव में कोरोना से संक्रमित दो मरीज मिल चुके हैं और वही गांव को सील कर दिया गया है आपको बता दें कि उस गांव में संक्रमित मरीज मिलने के बाद जहां एक तरफ जिला प्रशासन पूरी तरह से दावा कर रहा है कि उस गांव के प्रत्येक व्यक्ति की स्क्रीनिंग कराई जाएगी तथा सभी की जांच कराई जाएगी और पूरे गांव को सील कर दिया गया है लेकिन वही आपको बता दें कि उस गांव के अधिकतर लोगों की दुकानें चकिया नगर में खुली हुई हैं और उस गांव के अधिकतर दर्जनों लोग चकिया नगर में प्रवेश कर रहे हैं और सामान की खरीददारी कर वापस चले जा रहे हैं इस तरह से अगर मानें तो उस गांव के लोग ही चकिया नगर में कोरोनावायरस जैसी वैश्विक महामारी को दावत दे रहे हैं और इसमें प्रशासन का दावा फेल नजर आ रहा है इससे अगर मानें तो हमारा चकिया नगर भी सुरक्षित बिल्कुल नहीं है और अब प्रशासन को चाहिए कि उस गांव से निकलने वाले प्रत्येक मार्गों पर पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई जाए गांव से बाहर निकलने वाले लोगों पर पूरी तरह से पाबंदी लगाई जाए

वही सबसे बड़ा सवाल तो यह बनता है कि जब पूरे गांव के सभी मार्गों को सील कर दिया गया है तो गांव के लोग गांव से बाहर निकल कर और घूम कर चले जा रहे हैं आखिर कैसे