Lockdown: इसमे भी हैं जिंदा, इन जैसे इंसान रूपी फरिश्ते


सुल्तानपुर. अंकुरण फाउंडेशन की जितनी भी सराहना की जाए कम ही होगी। लॉकडाउन मे जब हर एक अपने और अपने परिवार मे व्यस्त है, ऐसे समय मे फाउंडेशन के सदस्य उनका सहारा बन रहे जिनका दुनिया मे कोई सहारा नही।

ताजा मामला मंगलवार का है, लॉक डाउन के दौरान सावधानी से अंकुरण ने परिवार धर्म निभाया। हुआ ये कि इस लॉकडाउन में फाउंडेशन ने आज एक लावारिस शव का उस समय अंतिम संस्कार किया जब उसका कोई वारिस नही मिला। बता दे कि इस लाकडाउन में अंकुरण ने ये तीसरे लावारिस शव का अंतिम संस्कार किया है। इससे पूर्व 1 अप्रैल को भी फाउंडेशन द्वारा एक लावारिस शव का अंतिम संस्कार किया गया था।
संस्था के आरिफ खान और डॉ आशुतोष ने मिलकर आज शव को मुखाग्नि दी। उन्होंने बताया कि जिनका कोई नही है उनके लिए आपका अंकुरण है। .