लाकडाउन: मिलिए राधेश्याम पाण्डेय से, इन्होंने तैयार किया कोरोना सुरक्षा कवच 

सुल्तानपुर. प्रधानमंत्री ने मन की बात में कहा था कि हमारे पास लाकडाउन के अलावा कोई विकल्प नहीं है। इसके बाद यहां जिले के कुड़वार थाना क्षेत्र के सोहगौली निवासी राधेश्याम पाण्डेय ने लाकडाउन का विकल्प तलाशा। उन्होंने कोरोना सुरक्षा कवच तैयार किया है।

एक खास बातचीत मे राधेश्याम ने बताया कि कोरोना सुरक्षा कवच को कमर में सामान्य बेल्ट की तरह पहना जाता है। इसके पहनने वाले पर कोई दुष्प्रभाव नही पड़ता है। इसका वजन भिन्न लोगों के लिए अलग नाप पर अधिकतम 250 ग्राम होगा। यह हर उम्र के लोगों के लिए है जो बाहर निकलते हैं तो इसे पहनकर निकलने से कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षा मिलेगी। जिसे पहनने के बाद कोई भी व्यक्ति सामान्य जनजीवन में रहते हुए सभी कार्य करते हुए कोरोना के संक्रमण से बच सकता है और इस दौरान देश में होने वाली क्षति को रोकने में सहायक सिद्ध होगा।

उन्होंने बताया कि इसे नवरात्रि में तैयार किया गया है। इसमें लगने वाले इलेक्ट्रॉनिक पार्ट को सौर ऊर्जा या गतिज ऊर्जा से चलाया जा सकता है। बाहर से चार्जर की आवश्यकता नहीं है। अभी हमारे द्वारा एक माडल का आविष्कार किया गया है। इसे जनोपयोगी बनाने के संसाधन मिलने पर जन-जन तक उपलब्ध कराया जा सकता है। हम पिछले दिनों से भारत एवं विश्व में कोरोना वायरस के संक्रमण हुई मृत्यु पर चिंतित हैं। हमने मीडिया के माध्यम से देखा कि विश्व में कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लाकडाउन के अलावा कोई विकल्प नहीं है। राधेश्याम ने बताया कि इसकी कीमत 1000-1500 तक है।