अधिशासी अधिकारी ने सभासदों पर गंभीर आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर देकर कार्यवाही की मांग की 

राफे अन्सारी बढ़ापुर: स्थानीय नगर पंचायत कार्यालय अधिशासी अधिकारी एवं सभासदों के बीच चल रही उठापटक के कारण राजनीति का अखाड़ा बन चुका है जिसके चलते हुए अधिशासी अधिकारी ने सभासदों पर गंभीर आरोप लगाते हुए थाना बढ़ापुर में तहरीर देकर सभासदों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है जबकि स्थानीय पंचायत बोर्ड के सभासदों ने अधिशासी अधिकारी पर हिटलर शाही व तानाशाही रवैया अपनाते हुए सभासदों को झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी देने की बात कही है जिलेभर में अपने कार्यों के लिए हर समय चर्चा में रहने वाली नगर पंचायत बढ़ापुर एक बार फिर सुर्खियों में आ गई है सभासदों एवं अधिशासी अधिकारी के बीच हो रहे खुलेआम टकराव के कारण स्थानीय पंचायत कार्यालय राजनीति का अखाड़ा बन चुका है जिसके चलते हुए सभासद एवं अधिशासी अधिकारी एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं अधिशासी अधिकारी सेवा राम राजभर का कहना है कि गुरुवार को उनकी गैरमौजूदगी में सभासदों ने नगर पंचायत कार्यालय के गोपनीय रजिस्टर को चुरा लिया तथा उसमें उनके विरुद्ध जबरन निंदा प्रस्ताव पास किया तथा इसके अतिरिक्त देर रात्रि एक सभासद एवं एक सभासद प्रतिनिधि उनके आवास पर आए जिनका उद्देश्य गए समझ नहीं पाए जिसके चलते हुए उन्होंने थाना प्रभारी निरीक्षक बढ़ापुर सहित जिले के अन्य अधिकारियों को भी अवगत कराते हुए बताया कि उन्हें खतरा है जिसके चलते हुए स्थानीय पुलिस प्रशासन ने देर रात्रि ही  सेवा राम राजभर की सूचना को गंभीरता से लेते हुए उनकी सुरक्षा के लिए दो गार्ड उनके आवास पर तैनात कर दिए सवेरे ही अधिशासी अधिकारी सेवा राम राजभर द्वारा थाना प्रभारी निरीक्षक को सभासदों के विरुद्ध एक लिखित शिकायती प्रार्थना पत्र दिया गया जिसके चलते हुए थाना प्रभारी निरीक्षक द्वारा नामजद एक सभासद को पूछताछ के लिए थाने बुलवाया गया जिसके बाद बोर्ड कमेटी के सभासदों में अधिशासी अधिकारी के खिलाफ आक्रोश लावा बनकर फूट पड़ा और अधिकांश सभासद एकजुट होकर थाने पहुंचे और अधिशासी अधिकारी सेवा राम राजभर पर गंभीर आरोप लगाते हुए अपने साथी सभासद के बचाव की बात कही। सभासदों द्वारा थाना प्रभारी निरीक्षक को बताया गया कि अधिशासी अधिकारी सभासदों के विरुद्ध हिटलर शाही व तानाशाही रवैया अपना रहे हैं जिसके चलते हुए गुरुवार को बोर्ड कमेटी की एक बैठक आयोजित की गई थी जिसमें चेयरमैन सहित नगर पंचायत बढ़ापुर के लिपिक व समस्त बोर्ड के सभासद भी उपस्थित रहे थे परंतु अधिशासी अधिकारी सेवा राम राजभर जिले में एक मीटिंग का हवाला देकर बैठक से नदारद रहे जिसके चलते हुए सभासदों के मान सम्मान से खिलवाड़ करने वाले अधिशासी अधिकारी सेवाराम राजभर के विरुद्ध बोर्ड बैठक में निंदा प्रस्ताव पास किया गया निंदा प्रस्ताव से घबराकर अधिशासी अधिकारी सेवाराम राजभर ने देर रात्रि ही थाना बढ़ापुर पुलिस को अपनी जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग की थी सभासदों एवं अधिशासी अधिकारी के बीच चल रहे टकराव के कारण नगर पंचायत कार्यालय पूरी तरह अखाड़ा बन चुका है एक और जहां अधिशासी अधिकारी सभासदों पर ₹10000 प्रति माह दिए जाने की मांग का आरोप लगा रहे हैं वहीं दूसरी ओर सभासदों का कहना है कि अधिशासी अधिकारी देर रात्रि तक कार्यालय खुलवा कर फर्जी फाइल तथा फर्जी भुगतान कर रहे हैं जिसके चलते हुए सभासदों द्वारा इसका विरोध किया गया था जिसके उपरांत अधिशासी अधिकारी द्वारा सभासदों को झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी दी गई थी और अधिशासी अधिकारी द्वारा सभासद उनके विरुद्ध झूठा मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर दी गई है जबकि जिस रजिस्टर को चोरी किए जाने का आरोप अधिशासी अधिकारी सभासद पर लगा रहे हैं वह रजिस्टर चेयरमैन आबिद अंसारी के पास है सभासदों द्वारा किसी रजिस्टर को चोरी नहीं किया गया है।