हरदोई पहुंचे चंद्रशेखर आजाद ने सरकार पर बोला हमला, अव्यवस्था देखकर भड़के, बोले- कोई मुझे गोली मार दे तो जिम्मेदारी किसकी होगी, लोकल इंटेलीजेंस हुई फेल

हरदोई। नॉर्मल स्कूल मैदान में महाराजा बिजली पासी जयंती पर आयोजित आज़ाद समाज पार्टी की विशाल जनसभा में नगीना सांसद व पार्टी संयोजक चंद्रशेखर आज़ाद ने प्रशासनिक व्यवस्था, कानून-व्यवस्था और राष्ट्रीय राजनीति पर खुलकर प्रहार किया। भारी जनसमूह को देखकर वे भावुक भी नजर आए और कहा कि उन्होंने देश में लाखों की भीड़ वाले कार्यक्रम देखे हैं, लेकिन हरदोई में मिला अपनापन और प्यार उन्हें कहीं और महसूस नहीं हुआ।
सभा के दौरान सुरक्षा और प्रशासनिक तैयारियों को लेकर उन्होंने गंभीर सवाल खड़े किए। मैदान की व्यवस्था और सुरक्षा इंतज़ामों को अपर्याप्त बताते हुए चंद्रशेखर आज़ाद ने कहा कि यदि इतनी भीड़ में उन्हें कोई नुकसान पहुंचता है तो इसकी ज़िम्मेदारी किसकी होगी। उन्होंने इसे केवल अपनी सुरक्षा का नहीं, बल्कि लोकतंत्र और दलित-वंचित वर्ग के नेताओं की सुरक्षा से जुड़ा सवाल बताया। उनका कहना था कि कमजोर वर्गों के नेताओं की सुरक्षा को अक्सर हल्के में लिया जाता है, जो एक खतरनाक प्रवृत्ति है। इस बयान के बाद स्थानीय खुफिया व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे।
राष्ट्रीय मुद्दों पर बोलते हुए उन्होंने उत्तर प्रदेश में मतदाता सूची से नाम कटने के मुद्दे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयानों को घेरा। उन्होंने पूछा कि जब पहले 4 करोड़ वोट कटने की बात कही गई और अब सरकारी आंकड़े 2 करोड़ 89 लाख बताते हैं, तो शेष वोट किसके थे। इसे उन्होंने लोकतांत्रिक अधिकारों पर सीधा हमला बताया।
चंद्रशेखर आज़ाद ने कहा कि सत्ता बदलते ही कुछ नेता पाला बदल लेते हैं, लेकिन उनकी लड़ाई बिकाऊ नहीं बल्कि टिकाऊ लोगों के साथ है। उन्होंने महिलाओं, दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों पर बढ़ते अत्याचारों का जिक्र करते हुए एनसीआरबी के आंकड़ों का हवाला दिया और सरकार व मीडिया की चुप्पी पर सवाल उठाए।
आरक्षण, निजी क्षेत्र में हिस्सेदारी, पुलिस सुधार, भूमिहीनों को ज़मीन और महिलाओं की सुरक्षा को उन्होंने अपनी राजनीति का केंद्र बताया। निजी क्षेत्र में आरक्षण को लेकर जनवरी से पदयात्रा की घोषणा भी की। अंत में उन्होंने कहा कि एक लड़ाई आज़ादी की थी, अब लड़ाई अधिकारों की है और यह संघर्ष भाईचारे के साथ ही जीता जाएगा।