हरदोई लोकसभा सीट पर सियासी हलचल तेज, 2029 में सामान्य सीट होने पर नरेश अग्रवाल ने चुनाव लड़ने का बनाया मन, वर्तमान सांसद ने किया पलटवार, कहा- हम भी लड़ेंगे चुनाव

हरदोई। लोकसभा क्षेत्र हरदोई के संभावित परिसीमन और सीट के सामान्य घोषित होने की चर्चाओं के बीच जिले की राजनीति में सरगर्मी तेज हो गई है। सर्दियों के मौसम में सियासी पारा उस समय और चढ़ गया, जब भाजपा के सदर सांसद जयप्रकाश रावत ने स्पष्ट रूप से ऐलान किया कि यदि परिसीमन के बाद हरदोई लोकसभा सीट सामान्य घोषित होती है, तब भी वह इसी सीट से चुनाव लड़ेंगे। उनके इस बयान को पूर्व सांसद नरेश अग्रवाल के उस दावे से जोड़कर देखा जा रहा है, जिसमें उन्होंने सामान्य सीट होने पर भाजपा के टिकट से हरदोई से चुनाव लड़ने की बात कही थी।
पूर्व सांसद नरेश अग्रवाल ने कहा है कि सामान्य सीट होने की स्थिति में वह हरदोई की जनता की सेवा के लिए लोकसभा चुनाव लड़ेंगे और जीत दर्ज करेंगे। उनके इस बयान के बाद जिले में राजनीतिक चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। इसी क्रम में सांसद जयप्रकाश रावत ने अपने लेटर पैड के माध्यम से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर अपनी मंशा साफ कर दी है।
जयप्रकाश रावत ने कहा कि हरदोई उनकी परंपरागत सीट रही है और यदि सामान्य सीट पर चुनाव लड़ने का अवसर मिला, तो यह उनके लिए सौभाग्य की बात होगी। उन्होंने अपने पिता स्वर्गीय जगन्नाथ प्रसाद का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने वर्ष 1952 से लगातार छह बार सामान्य सीट से विधानसभा चुनाव जीतकर जनता का विश्वास अर्जित किया था। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी पत्नी ज्योति रावत ने सामान्य सीट से दो बार उन्नाव जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव जीतकर जनसमर्थन हासिल किया है।
सदर सांसद ने दावा किया कि भाजपा के निष्ठावान और समर्पित कार्यकर्ताओं, शुभचिंतकों और जनता के आशीर्वाद से वह हरदोई लोकसभा सीट से पुनः विजय प्राप्त करेंगे। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि परिसीमन से पहले ही शुरू हुई यह सियासी खींचतान आने वाले लोकसभा चुनावों को और रोचक बना सकती है।