सन्त विवेकानंद स्कूल के बच्चो ने तैयार किये मॉडल, निदेशक डॉ जेपी यादव ने दिए गुरु मंत्र

सन्त विवेकानंद स्कूल के बच्चो ने तैयार किये मॉडल, निदेशक डॉ जेपी यादव ने दिए गुरु मंत्र

करहल। नगर के संत विवेकानंद ग्रुप आफ स्कूल के सभी विद्यालयों में धनतेरस के पावन पर्व पर विद्यालय में घर सजाने हेतु छात्र/छात्राओं ने विभिन्न प्रकार के मॉडल बनाकर अपनी प्रतिभा दिखाई । मॉडल बनाने में छात्र/छात्राओं ने अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए पुराने कार्टून ,रंगीन कागज, कार्ड ,धागा,मोती, घास- फूस आदि का प्रयोग कर झालर, हैप्पी दिवाली,शुभ - लाभ, देवी लक्ष्मी के पद चिन्ह ,प्राकृतिक दृश्य रहित झोपडी, पोस्टर,इको फ्रेंडली दिवाली से संबंधित छायाचित्र बनाए । इस मौके पर विद्यालय की निदेशक डॉक्टर जेपी यादव ने सभी मॉडल को एक-एक करके अवलोकन किया अवलोकन किया l साथ ही प्रकाश पर्व (दिवाली) पर संबोधित कर अध्यापक/अध्यापिकाएं एवं छात्र/छात्राओं को बताया कि हिंदू धर्म का लगातार कई दिनों तक चलने वाला त्यौहार धनतेरस, नरक चतुर्दशी,दीपावली , गोवर्धन पूजा,भैया दूज आदि सभी त्योहारों का महत्व बताकर विस्तार से चर्चा की और बताया कि दिवाली पर सजावट का एक विशेष महत्व इस दिन घरों के मुख्यद्वार पर आम की पत्तों की झालर , रंगोली , शुभ - लाभ स्वास्तिक , लक्ष्मी जी के पद चिन्ह आदि लगाने से धन संपत्ति सुख समृद्धि आदि आती है ऐसी मान्यता है विद्यालय में छात्र-छात्राओं में जो घर सजाने हेतु मॉडल बनाए हैं जो काफी तारीफ के काबिल है देखने में मानो ऐसा लग रहा है जैसे किसी प्रशिक्षित द्वारा बनाए गए हों l यह हमारे सभी अध्यापकों की कड़ी मेहनत और बच्चों की कारीगरी का हिस्सा है और बताया सभी अपने घरों में दीपावली का त्यौहार हसी खुशी से मनाएं । दीपावली त्यौहार सभी के घरों में सुख समृद्धि लाएं और छात्र/छात्राओं को बताया कि दिवाली पर कोई भी पटाखा नहीं चलाएं क्योंकि पटाखा चलाने से धन की हानि होती ही है साथ में ध्वनि प्रदूषण और वायु प्रदूषण दोनों होते है जिससे पर्यावरण में AQI बढ़ने से वायु की गुणवत्ता खराब होती है, जिससे स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ता है। सांस लेने में तकलीफ, खांसी, अस्थमा और हृदय रोग जैसी बीमारियां बढ़ सकती हैं। संवेदनशील लोगों (बच्चों, बुजुर्गों, और हृदय/फेफड़ों के मरीजों) को इसका सबसे ज़्यादा खतरा होता है। AQI बढ़ने के प्रभाव आसपास रहने वाले जीव जंतुओं को भी नुकसान पहुंचाते हैं पटाखे चलाते समय कई जानवर डरे और सहमे रहते हैं ऐसे में कई जानवरों की प्राण भी चले जाते है तो हम सबको त्यौहार पर ऐसा कोई काम नहीं करना है जिससे जीव, जंतु को दिक्कत हो l इस मौके पर विद्यालय के प्रबंधक सरिता सिंह,प्रधानाचार्य चंद्रजीत सिंह, सोहित कुमार बिजेंद्र कुमार , सुधीर कुमारअखिलेश कुमार ,धर्मेंद्र कुमार हरिसर यादव , सुरेंद्र कनौजिया,सोनी कनौजिया,नजमासैयद दीपक,प्रवीण,सुनील,धर्मवीर ,प्रफुल्ल सिंह,पुष्पेंद्र,राजेश, एस एन त्रिपाठी , सीमा,मनीषा,रुचि,अन्नू जैन,चंचल मिश्रा, संकेत,विकेश,नागेंद्र, विश्वनाथ, अवधेश प्रताप आदि मौजूद रहे।