कुरावली के गांव शरीफपुर के मझरा नगला कोठी में  खुलेआम चल रहा झोलाछाप डॉक्टर अंकित का गोरख धंधा, खतरे में मरीजों की जान

*कुरावली के गांव शरीफपुर के मझरा नगला कोठी में खुलेआम चल रहा झोलाछाप डॉक्टर अंकित का गोरख धंधा, खतरे में मरीजों की जान*

*मरीजों को डेंगू मलेरिया टाइफाइड के नाम पर चढ़ाते है ड्रिप*

*कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति कर रहा स्वास्थ्य विभाग*


*मनमानी रकम लेकर करते हैं इलाज, क्लीनिक पर दवाइयों की रहती है भरमार

*मैनपुरी।* थाना कुरावली क्षेत्र के गांव शरीफपुर के मजरा नगला कोठी स्थित तिमनपुर गांव के लिये जाने बाला मुख्य मार्ग मोड़ पर एक झोलाछाप अंकित पुत्र नाहर सिंह नाम का डॉक्टर बैठा हुआ है जिसके पास न तो कोई डिप्लोमा है न ही किसी भी प्रकार की कोई डिग्री है। और मरीजों को ड्रिप लगाकर स्वास्थ्य विभाग को खुली चुनौती दे रहा है। मरीजों को ड्रिप लगाकर उन्हें गुमराह करने जैसा मामला तब प्रकाश में आया है जब मीडिया की टीम ने मंगलवार को वहां पहुंचकर जायजा लिया है। तो फर्जी डॉक्टर कोई कागजात नही दिखा सका। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग पर प्रश्नचिन्ह खड़ा होता दिख रहा है।

सीएमओ मैनपुरी आरसी गुप्ता कहते है कि जिले में डेंगू नही फैल रहा है तो फिर ये झोलाछाप डॉक्टर डेंगू का इलाज क्यों कर रहे है। वैसे तो झोलाछाप डॉक्टर फोड़ा-फुंसी या सिर दर्द जैसी बीमारी का इलाज करने के लिए भी अधिकृत नहीं है, लेकिन कुरावली के गाँव तिमनपुर गांव के लिये जाने बाला मुख्य मार्ग पर स्थित शरीफपुर के मजरा नगला कोठी मोड़ पर झोलाछाप डॉक्टर अंकित अपनी दुकान सजाए हुये बैठा है। जहां मरीजों के साथ गंभीर बीमारियों का झांसा देकर इलाज कर रहा है। और उन्हें धड़ल्ले से ड्रिप लगा रहा है।

स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि भोली भाली जनता को यह बड़ा डॉक्टर बताकर ठग रहा है और स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। यह डॉक्टर मलेरिया, टाइफाइड, डेंगू, खांसी, सर्दी-जुकाम सहित कई बीमारियों का इलाज भी करते है। भोली भाली जनता से पैसा वसूलने के लिए यह झोलाछाप डॉक्टर मरीज को भर्ती करके ड्रिप चढ़ाने, इंजेक्शन लगाने सहित घायलों को पट्टी करने और कई बार टांके लगाने तक के काम कर लेते है। झोलाछाप डॉक्टरों की लापरवाही से कई लोग अपनी जान गवां चुके है। बिना जांच पड़ताल के मरीजों के ऊपर नये-नये प्रयोग इनके द्वारा किया जा रहा है। सूत्रों से जानकारी मिली कि झोलाछाप डॉक्टर व स्वास्थ्य विभाग की सांठ-गांठ से झोलाछाप डॉक्टर बेखौफ होकर बड़े-बड़े साइन बोर्ड लगाकर बैठे है। जिला मुख्यालय से कोई भी बड़े अधिकारी क्षेत्र का दौरा करते है तो इसकी सूचना इनको पहले मिल जाती है और ये शटर बंद कर रफूचक्कर हो जाते है और अधिकारी के जाने के बाद फिर से इलाज शुरू कर देते है। अब देखना होगा कि स्वास्थ्य विभाग झोलाछाप डॉक्टरों पर कब ठोस कार्रवाई करेगा। ये अब कब देखने लायक होगा।

*फोटो परिचय:- गाँव शरीफपुर के गाँव नगला कोठी में झोलाझाप डॉक्टर अंकित राजपूत।*